तेलंगाना सरकार ने शनिवार को कहा कि राज्य के नए सचिवालय का उद्घाटन चुनाव आचार संहिता के कारण स्थगित कर दिया गया है।
राज्य के नए सचिवालय का उद्घाटन 17 फरवरी को होना था।
निर्वाचन आयोग ने आंध्र प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों के साथ तेलंगाना विधान परिषद की दो सीटों के लिए नौ फरवरी को चुनाव कार्यक्रम जारी किया था।
निर्वाचन आयोग ने घोषणा की थी कि इन चुनावों के लिए अधिसूचना 16 फरवरी को जारी की जाएगी। आयोग ने कहा था कि इन चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
महबूबनगर-रंगारेड्डी-हैदराबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और हैदराबाद स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदान 13 मार्च को होगा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, चूंकि चुनाव आचार संहिता लागू है, इसलिए मुख्य सचिव ने 17 फरवरी को सचिवालय के निर्धारित उद्घाटन के बारे में निर्वाचन आयोग से परामर्श किया। इसमें कहा गया कि इसे लेकर निर्वाचन आयोग की प्रतिक्रिया उत्साहवर्धक नहीं थी, इसलिए उद्घाटन को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
नए सचिवालय के उद्घाटन के लिए जल्द ही अगली तारीख की घोषणा की जाएगी।
राव ने जून 2019 में हुसैन सागर झील के पास नए सचिवालय भवन के निर्माण की आधारशिला रखी थी। करीब सात लाख वर्गफीट में बन रहा यह परिसर अपने निर्माण के अंतिम चरण में है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) 17 फरवरी को सचिवालय के भव्य उद्घाटन के बाद एक भव्य जनसभा आयोजित करना चाहती थी। गौरतलब है कि 17 फरवरी को ही राव का जन्मदिन होता है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में पहले कहा गया था कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रतिनिधि के रूप में जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और डॉ बी आर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इसमें शामिल होने थे। नए सचिवालय के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के अलावा सभी नेताओं को उस दिन हैदराबाद में आयोजित होने वाली एक सार्वजनिक सभा में हिस्सा लेना था।
बीआरएस के इस फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उसकी आलोचना की है।
भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद बंदी संजय कुमार ने शुक्रवार को हैदराबाद में आयोजित एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए राव की आलोचना की।
संजय कुमार ने कहा कि बीआरएस सरकार द्वारा बाबासाहेब आंबेडकर के नाम पर सचिवालय भवन का उद्घाटन 14 अप्रैल को उनकी जयंती पर किया जाना चाहिए।