कोहिमा। नगालैंड में भूमिगत समूह की ओर से जबरन वसूली किए जाने के विरोध में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को शुरू हो गया, जिसके कारण बाजार और निजी कार्यालय बंद रहे। सबसे पहले शुक्रवार को राज्य की वाणिज्यिक राजधानी दीमापुर में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का बंद शुरू हुआ था, जिसके बाद ‘कन्फेडरेशन ऑफ नगालैंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (सीएनसीसीआई) के आह्वान पर अन्य जिले भी इसमें शामिल हो गये। सीएनसीआई ने कहा कि बैंक, शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और अस्पतालों को इस बंद के दायरे से बाहर रखा गया है।
इसे भी पढ़ें: मोदी प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा को कमजोर कर रहे हैं: Siddaramaiah
राज्य के गृह आयुक्त विक्की केन्या ने कहा कि सरकार के संज्ञान में आया है कि विभिन्न समूहों द्वारा, खासकर दीमापुर में व्यवसायों से ‘‘बड़े पैमाने पर करों की वसूली’’ ने व्यापारी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि जिन प्रतिष्ठानों ने सरकार के साथ युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, उनसे ही ज्यादातर वसूली की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस को सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। केन्या ने कहा कि पुलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत जबरन वसूली करते पाए जाने वाले ‘‘भूमिगत सदस्यों’’ को गिरफ्तार करना जारी रखना चाहिए।