विपक्षी गठबंधन इंडिया की समन्वय समिति की आज पहली बैठक हुई जिसमें आगे की रणनीति, सीटों के तालमेल, चुनाव अभियान कार्यक्रम और जनसभाओं समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के नई दिल्ली स्थित आवास पर हुई इस बैठक में शरद पवार के अलावा, कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, द्रमुक के टीआर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती और कुछ अन्य नेता शामिल हुए। बताया जा रहा है कि बैठक में आगे की रणनीति और चुनाव अभियान कार्यक्रमों के अलावा सीटों के तालमेल पर भी चर्चा की गयी।
हम आपको याद दिला दें कि ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14-सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया था। समन्वय समिति विपक्षी गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था के रूप में कार्य करेगी। इस समिति के एक और सदस्य तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी इस बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन जारी कर आज ही कोलकाता में ईडी के कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था।
इसे भी पढ़ें: ‘INDIA’ गठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक, क्या निकलेगा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?
भाजपा का हमला
दूसरी ओर, द्रमुक के नेताओं की ओर से की जा रही सनातन धर्म विरोधी टिप्पणियों के मद्देनजर विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए भाजपा ने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ की समन्वय समिति को ‘हिंदू विरोधी समन्वय समिति’ करार दिया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर भी तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने मशहूर रहस्यमयी किताब ‘मर्डर, शी रोट’ की तर्ज पर एक किताब: ‘मर्डर ऑफ हिंदुइज्म, शी रोट’ लिखी है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन की आज होने वाली बैठक को लेकर चुटकी लेते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘इंडिया’ समूह के सदस्यों के बीच असहयोग दिखाई दे रहा है। पात्रा ने बैठक से पहले आरोप लगाया, ‘‘वे (विपक्षी दल) चर्चा करेंगे कि हिंदू धर्म को कैसे खत्म किया जाए।’’
उन्होंने कहा कि इसलिए शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि गोधरा जैसी घटना फिर से हो सकती है जबकि राहुल गांधी ने पूर्व में हिंदुत्व पर हमला करने के लिए इस्लामिक आतंकवादी समूह ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ का हवाला दिया था। सोनिया गांधी के ईसाई नाम का हवाला देते हुए पात्रा ने आरोप लगाया कि हिंदू धर्म को निशाना बनाने की साजिश के पीछे उनका हाथ है। द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में दावा किया था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू वायरस तथा मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध ही नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें नष्ट किया जाना चाहिए। द्रमुक के एक अन्य नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से की।