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नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भारत-ईएफटीए व्यापार समझौते को एक ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि यह एक मुक्त, निष्पक्ष और समानता वाले व्यापार के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य आइसलैंड, लीशटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल व्यापार, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं तथा फार्मा जैसे क्षेत्रों में नवोन्मेषण को लेकर ईएफटीए देशों की वैश्विक स्तर पर अग्रणी स्थिति से सहयोग के नए द्वार खुलेंगे।
मोदी ने एक लिखित संदेश में कहा, ‘‘भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर करने में शामिल वार्ताकारों और हस्ताक्षरकर्ताओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।’’ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यहां ईएफटीए देशों के मंत्रियों और अधिकारियों की मौजूदगी प्रधानमंत्री का संदेश पढ़ा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले 10 साल में भारत की अर्थव्यवस्था ने एक लंबी छलांग लगाई है।
दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से आज भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।’’ उन्होंने कहा कि भारत इन देशों को हरसंभव सहायता देगा और उद्योग तथा व्यवसायों को आगे बढ़ने में सुविधा देगा। समझौते में, ईएफटीए ब्लॉक ने अगले 15 साल में भारत में 100 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। मोदी ने कहा कि अच्छी तरह से संतुलित व्यापार समझौता दोनों पक्षों की वृद्धि संबंधी आकांक्षाओं को दर्शाता है।