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Prabhasakshi Vichar Sangam| आसमान से लेकर समुद्र में बढ़ती भारत की ताकत पर ब्रिगेडियर डीएस त्रिपाठी का बयान

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम की 23वीं वर्षगाँठ पर नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ‘विचार संगम’ कार्यक्रम के आयोजन में आसमान में बढ़ती भारत की ताकत पर वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए है।
 
ब्रिगेडियर डीएस त्रिपाठी ने कहा कि विरोधियों ने खुले तौर पर नहीं मगर अंदरुनी तौर पर साथ दिया जा रहा है। चीन के जहाज बांग्लादेश में आएंगे। अमेरिका के नजदीक भारत पहुंच चुका है। हमें लगता है कि भारत को मजबूत बनाने में अमेरिका मदद कर सकता है मगर इतिहास में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है। अमेरिका भारत को सिर्फ अपने मतलब के लिए ही मजबूत बनाने का काम करेगा। शुरुआथ में हमें हिंदू मुस्लिम के तौर पर विभाजन किया गया और अब जात को लेकर विभाजन किया जा रहा है। ये जांचना जरुरी है कि काफीर भी हमारे अंदर के लोग ही है। गलतियां जो भी होती आई है उन्हें दोहराने से परहेज करना चाहिए। शक्तियों से लड़ना काफी जरुरी है।
 
डीके पांडे ने कहा कि ये सिस्टम डिफेंस सिस्टम है, जिसमें दिखता था कि कितने जहाज आ रहे है। अब हमारे पास ये अधिकार है कि हम एयर स्पेस में ताकत को देख सकते है। जहाज एक कोने से दूसरे कोने में जाता है। वेबसाइट पर जहाज की लाइव लोकेशन दिखती है। एयर स्पेस अब शांत स्पेस नहीं रहा है बल्कि इसके उलट हो चुका है। हमारे आसमान में छह हजार से अधिक सैटेलाइट हैं जो घूम रहे है जिससे काफी गंभीर स्थिति बनी हुई है। एयरो स्पेस भी पहले कम था जो अब बढ़ता जा रहा है। ऐसे यंत्र भी बनाए गए है जो वायु क्षेत्र को सेंसर से कवर करता है। एयरो स्पेस के जरिए अब दायरा काफी अधिक बढ़ गया है। आसमान में नजर रखना संभव हुआ है। 
 
कोरोना काल के दौरान हमने समुद्र के रास्ते कई देशों की मदद की थी। हमारे पास 2.85 मिलियन स्केवर पानी हमारे पास है। पानी की देखभाल नेवी और कोस्ट कार्ड करता है। समुद्री रास्तों से हमारे ऊपर कई आक्रमण हुए है। समुद्र को जो रुल करता है, वो ही सफल होता है। दुनिया में सबसे सशक्त नेवी पीएलए नेवी है जिनके पास 370 शिप्स है जो चीन की है। हमारी भारत की नौसेना अब आगे बढ़ती जा रही है। हमारे जहाज अब साउथ चाइना सी में आगे बढ़ रहे है। 
 
आज के समय में हम आधे चीन को और पूरे पाकिस्तान से हम निपट सकते है। हम न्यूक्लीयर अटैक नहीं करेंगे। हमारे पास एक और रास्ता है सबमरिन का, जिसका कोई अंदाजा लोगों को नहीं है। इसमें लगने वाली मिसाइल दमदार है। चीन के जहाज समुद्र में आने का दुस्साहस कर रहे है। नेवी सबसे आगे है। भारत की नेवी 40 सालों से ही सशक्त बनने की दिशा में काम कर रही है। हमारे पास वो विकसित कैरियर भी हैं जो दुनिया में सिर्फ छह देशों के पास ही है।

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