कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आज विपक्षी एकता की बड़ी बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए इस बैठक में चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूपीए का नाम अब इंडिया रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन को Indian National Developmental Inclusive Alliance कहा जाएगा। उन्होंने बताया कि विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी।
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बेंगलुरु में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एनडीए 30 दलों के साथ बैठक कर रही है। मैंने भारत में इतनी पार्टियों के बारे में नहीं सुना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने कोई बैठक नहीं की लेकिन अब वे एक-एक करके (एनडीए दलों के साथ) बैठक कर रहे हैं। पीएम मोदी अब विपक्षी दलों से डर रहे हैं। हम यहां लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए एकत्र हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आज पूरी मीडिया पर पीएम मोदी का कब्जा हो गया है. उनके इशारे के बिना कोई नहीं चलता. अपने 52 साल के सक्रिय राजनीतिक करियर में मैंने ऐसी प्रतिकूल स्थिति कभी नहीं देखी कि विपक्षी नेताओं (आवाज़) को दबाया जा रहा हो।
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह एक रचनात्मक बैठक थी। टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बेंगलुरु में पूछा कि एनडीए, क्या आप आई.एन.डी.आई.ए. को चुनौती दे सकते हैं? महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजनीति में विचारधारा अलग तो होती ही है लेकिन हम देश के लिए एक हुए हैं। लोगों को लगता है कि हम परिवार को बचाने के लिए एक हुए हैं, देश हमारा परिवार है और उसे बचाने के लिए हम एक हुए हैं। इस तानाशाह सरकार के खिलाफ हम लड़ेंगे।