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BMC अधिकारी पर हमला मामले को लेकर शिवसेना (UBT) नेता अनिल परब को चार जुलाई तक अंतरिम राहत

मुंबई। मुंबई की एक अदालत ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक सहायक अभियंता पर कथित तौर पर हमला करने के मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल परब को शुक्रवार को गिरफ्तारी से चार जुलाई तक अंतरिम सुरक्षा प्रदान कर दी।
परब और छह अन्य ने मामले में गिरफ्तारी के डर से अग्रिम जमानत के अनुरोध को लेकर अदालत का रुख किया था। अदालत ने पुलिस को आरोपियों के खिलाफ चार जुलाई तक गिरफ्तारी की कार्रवाई न करने का निर्देश दिया।

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अधिवक्ता राहुल अरोते के माध्यम से दाखिल याचिका में आरोपियों ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक हालात के चलते, प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल सियासी फायदा उठाने के लिए शिवसेना (यूबीटी) और उसके नेताओं को निशाना बना रहा है।
याचिका में कहा गया है, “याचिकाकर्ताओं का कहना है कि कुछ राजनेताओं की मदद से और सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत से पार्टी कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।”
याचिका में कहा गया है कि जांच के दौरान पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
याचिका के मुताबिक, पुलिस ने परब और छह अन्य को वांछित आरोपी के रूप में दिखाया है, इसलिए आशंका है कि उन्हें वर्तमान मामले में गिरफ्तार किया जाएगा।

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पुलिस ने मंगलवार को बीएमसी के एक सहायक अभियंता पर हमला करने और उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने के आरोप में परब और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
प्राथमिकी के अनुसार, परब और शिवसेना (यूबीटी) के अन्य पदाधिकारियों ने पिछले हफ्ते बांद्रा में उनकी पार्टी के एक कार्यालय को ध्वस्त किए जाने के विरोध में सोमवार दोपहर को बीएमसी के एच-ईस्ट वॉर्ड में एक मोर्चा निकाला था।

प्राथमिकी में कहा गया है कि परब के नेतृत्व में शिवसेना (यूबीटी) का एक प्रतिनिधिमंडल एच-ईस्ट वॉर्ड की अधिकारी स्वप्ना क्षीरसागर से मिलने के लिए बीएमसी कार्यालय पहुंचा और उनसे उन अधिकारियों को उनके सामने लाने को कहा, जिन्होंने पार्टी कार्यालय को ध्वस्त कर दिया था, जिसके कार्यालय बोर्ड पर छत्रपति शिवाजी महाराज और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की तस्वीरें थीं।
प्राथमिकी के मुताबिक, जब नगर निकाय के कुछ कर्मचारी सामने आए, तब शिवसेना (यूबीटी) के पदाधिकारियों ने बीएमसी के सहायक अभियंता अजय पाटिल (42) के साथ कथित तौर पर मारपीट की और उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी।

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