जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है और अनुच्छेद 370 हटने के बाद जिस तरह देशभर के पर्यटक कश्मीर की हसीन वादियों का दीदार करने पहुँच रहे हैं उससे राज्य की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ हुआ है। अब सिर्फ पर्यटन सीजन में ही नहीं बल्कि साल भर होटल फुल रहते हैं, शिकारा और हाउसबोट वाले खाली नहीं बैठते, टैक्सी ऑपरेटर भी व्यस्त रहते हैं। फ्लाइटें भी यात्रियों से भरी रहती हैं। जाहिर है कश्मीरियों को इससे खूब रोजगार मिल रहा है लेकिन इस स्थिति से वह लोग खुश नहीं हैं जो अलगाववादी विचारधारा के हैं। इसी कड़ी में एक नाम है सत्तारुढ़ नेशनल कांफ्रेंस के सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह का। उन्होंने एक विवादित बयान देते हुए कहा है कि कश्मीर में पर्यटकों का आना मेरी नजर में टूरिज्म नहीं बल्कि हमारी संस्कृति पर आक्रमण है।
इसे भी पढ़ें: Kashmir में जमकर हुआ Snow Fall, विमान और सड़क यातायात प्रभावित, पर्यटक ले रहे बर्फबारी का मजा
हम आपको बता दें कि रूहुल्लाह विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं लेकिन पर्यटकों को लेकर उन्होंने जो बयान दिया है उसे भाजपा ने बड़ा मुद्दा बना लिया है और नेशनल कांफ्रेंस की उमर अब्दुल्ला सरकार से जवाब मांगा है। जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रवक्ता सुनील सेठी ने आज जम्मू में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को इस मामले में जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि नेशनल कांफ्रेंस अपने सांसद रूहुल्लाह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती तो यह माना जायेगा कि पार्टी उनके बयान के समर्थन में है। उन्होंने कहा कि यह बयान इसलिए दिया गया है ताकि पर्यटकों के बीच दहशत का माहौल बने।