तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बंदी सिंहों की रिहाई के लिए तख्त श्री दमदमा साहिब से आयोजित होने वाले खालसा चेतना मार्च के मद्देनजर सिख नेताओं की गिरफ्तारी सिखों के धार्मिक अधिकारों पर आघात है। उन्होंने भाई अमृतपाल सिंह की मां बीबी बलविंदर कौर और भाई जसकरन सिंह काहन सिंह वाला की गिरफ्तारी की भी निंदा की। सिंह साहिब ने कहा कि सरकार को खालसा साजना दिवस के अवसर पर भय का माहौल बनाने से बचना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। आपको बता दें कि खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और 9 साथियों को पंजाब की जेलों में ट्रांसफर करने की मांग को लेकर पंजाब में चेतना मार्च निकाला जाना था।
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अलगाववादी अमृतपाल सिंह की मां को ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख को असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल से स्थानांतरित करने की मांग को लेकर सोमवार को प्रस्तावित मार्च से पहले अमृतसर में गिरफ्तार कर लिया गया, जहां वह अप्रैल 2023 में अपनी गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद हैं। अमृतसर पुलिस ने बठिंडा में तख्त दमदमा साहिब से निकाले जाने वाले ‘चेतना मार्च’ से एक दिन पहले रविवार को अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर, उनके चाचा सुखचैन सिंह और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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पुलिस उपायुक्त आलम विजय सिंह के हवाले से बताया कि बलविंदर कौर की गिरफ्तारी एक “निवारक गिरफ्तारी” थी और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस बीच, सुखचैन सिंह और तीन अन्य को भी पकड़ लिया गया है, पुलिस ने पुष्टि की। अमृतपाल सिंह और उनके नौ ‘वारिस पंजाब दे’ सहयोगियों के साथ-साथ उनके एक चाचा को पिछले साल अप्रैल में पंजाब भर से कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तारी के बाद डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में रखा गया है। खालिस्तानी समर्थक संगठन पर जो मार्च 2023 को शुरू हुआ।