जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के संस्थापक दिवंगत भीम सिंह के बेटे अंकित लव ने पिछले साल लंदन में सरकार विरोधी प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी मांगी है। साथ ही उनसे आग्रह किया है कि भारत सरकार उन्हें उनकी मां का अंतिम संस्कार करने के लिए देश आने की इजाजत दे। प्रदर्शन के बाद भारतीय उच्चायुक्त नेलव को काली सूची में डाल दिया था।
प्रधानमंत्री के नाम एक खुले पत्र में, लव (39) ने कहा कि उन्हें फरवरी 2022 के प्रदर्शन के दौरान उच्चायोग पर अंडे और पत्थर फेंकने का पछतावा है और उन्होंने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया ताकि वह वापस लौट सकें और अपनी मां जय माला (64) का अंतिम संस्कार कर सकें।
उच्चतम न्यायालय की वकील माला की 26 अप्रैल को मृत्यु हो गई थी और उनके पार्थिव देह को लव के आग्रह पर जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के मुर्दा घर में रख गया है। उन्होंने आग्रह किया था कि जब तक वह अंतिम संस्कार के लिए आ नहीं जाएं पार्थिव देह को मुर्दा घर में रखा जाए।
प्रधानमंत्री को लिखे एक खुले पत्र में लव ने कहा कि उन्हें अपने किए पर बहुत पछतावा है और उच्चायोग पर अंडे और पत्थर फेंकने की अपनी गलती के लिए माफी मांगते हैं।
उन्होंने कहा, “ आप कृपया मुझे क्षमा कर दें और मुझे अपनी मां का अंतिम संस्कार करने के लिए जम्मू जाने की अनुमति दे दें तो मैं बहुत आभारी रहूंगा…।”
लव ने कहा, “ मुझे तत्काल जम्मू पहुंचने की जरूरत है क्योंकि अंतिम संस्कार करने के लिए हर कोई मेरे आने का इंतजार कर रहा है।”
यात्रा के लिए भारतीय उच्चायोग द्वारा मंजूरी देने से इनकार करने का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अब से मैं अपने देश के खिलाफ ऐसा कोई कार्य नहीं करूंगा। मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूं और इसपर मुझे बहुत गर्व है।
अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जिक्र करते हुए लव ने कहा, “ मेरे पिता ने अपनी पूरी ज़िदंगी लड़ाई लड़ी की कि जम्मू-कश्मीर का भारत में पूरी तरह से विलय हो और आखिरकार पांच अगस्त 2019 को भारत ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मान लिया जिससे मेरे दिवंगत पिता का सपना पूरा हुआ।”
लव ने कहा कि उनके पास आसपास के कुछ लोगों ने उन्हें गलती करने के लिए गुमराह किया था, लेकिन उम्मीद जताई कि उन्हें माफ कर दिया जाएगा और उनका वीजा मंजूर हो जाएगा।
उन्होंने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू की जिलाधिकारी अवनी लवासा से अपनी मां का शव मुर्दा घर से स्थानांतरित नहीं करने और और पोस्टमार्टम को टालने का आग्रह किया।
उनके पिता भीम सिंह का 31 मई 2022 को देहांत हो गया था और वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे।