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‘कमलनाथ 2023 के नहीं, 1984 दंगों के मॉडल हैं’ BJP बोली- Modi और Shivraj को उनके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं

मध्य प्रदेश में चुनावी घमासान तेज होता दिखाई दे रहा है। भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने है। इन सब के बीच आज कांग्रेस और कमलनाथ की ओर से भाजपा के खिलाफ आरोप पत्र निकाला गया और 50 प्रतिशत भ्रष्टाचार का दावा किया गया। इसी को लेकर अब भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार या प्रधानमंत्री मोदी सरकार को कमल नाथ से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर वह (कमलनाथ) भ्रष्टाचार के चश्मे से देखेंगे तो उन्हें भ्रष्टाचार ही दिखेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह विकास और गरीब कल्याण के चश्मे से देखेंगे तो उन्हें विकास दिखेगा। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद मध्य प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है।
 

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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में करप्शननाथ के नाम से प्रचलित कमलनाथ ने खुद को 2023 का मॉडल कहा है। मैं उनसे कहता हूँ कि वे 1984 के सिख दंगों के मॉडल हैं, अमेरिका से परमाणु परीक्षण की जानकारी लीक करने व केन्द्रीय मंत्री रहते चीन से दलाली कर देश को नुकसान पहुँचाने के मॉडल हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मिस्टर बंटाधार के इशारों पर चलने वाले करप्शननाथ 15 माह की कांग्रेस सरकार में गरीबों का हक छीनने और मध्यप्रदेश को अंधकारमय बनने के मॉडल हैं। झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करना करप्शननाथ का मुख्य काम है, प्रदेश की जनता को अपने झूठे आरोपों की सच्चाई बताएं।
 

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भाजपा नेता ने कहा कि कमलनाथ सरकार में वेयर हाऊस खरीदी घोटाला, 100 करोड़ का कृषि यंत्र घोटाला, कमलनाथ के पूर्व ओएसडी व भतीजे के घर तथा दफ्तरों में इनकम टैक्स के छापों में ₹281 करोड़ की गड़बड़ी का मामला, इसमें कितना प्रतिशत कमीशन किसे मिला था, इसका जवाब कमलनाथ जनता को दें। उन्होंने दावा किया कि केवल 15 माह में कमलनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार और गरीबों का हक-अधिकार छीनने के काम किये हैं। भाजपा सरकार की जनहितैषी योजनाओं को द्वेषवश बंद करने तथा वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बनाने जैसे कई कारनामों से यह सिद्ध होता है कि कांग्रेस करप्शन की दुकान है।

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