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दिल्ली की सत्ता में लंबे समय से वापसी की तलाश कर रही भारतीय जनता पार्टी की पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार कमलजीत सहरावत ने आम आदमी पार्टी के महाबल मिश्रा को लगभग 2 लाख वोटों से मात दी थी। उन्होंने उस चुनाव में आम आदमी पार्टी के महाबल मिश्रा को हराया था। कमलजीत सहरावत ने कानून में ग्रेजुएशन किया है। साथ ही, उनकी एक पहचान कॉमर्स पढ़ाने वाली एक शिक्षक के तौर पर भी है। सहरावत पोस्ट ग्रेजुएट के विद्यार्थियों को कॉमर्स पढ़ाया करती थीं। सहरावत ने दिल्ली भाजपा ईकाई में कई अहम पदों पर काम किया है।
जानिए सहरावत का राजनीतिक सफर
भारतीय जनता पार्टी की सांसद कमलजीत सहरावत 2008 के विधानसभा चुनाव चुनाव में भी खड़ी हुईं थीं लेकिन उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई में वह बहुत नीचे से ऊपर गई हैं। सहरावत भारतीय जनता पार्टी की नजफगढ़ जिला ईकाई के उपाध्यक्ष पद पर हुआ करती थीं। बाद में वह भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की सचिव बनी और आखिरकार वह दिल्ली भाजपा की उपाध्यक्ष भी रहीं। दिल्ली भाजपा में एक महिला नेता के तौर पर सहरावत की काफी अहम पहचान रही है।
कमलजीत सहरावत जिस पश्चिमी दिल्ली लोकसभा की सीट से जीती हैं, यहां से 2014 और 2019 में लगातार प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की जीत हुई थी। 2014 में वर्मा करीब 2 लाख 68 हजार वोटों के अंतर से जीतकर सदन पहुंचे थे। वहीं पिछले चुनाव में उनके जीत का अंतर 5 लाख को पार कर गया लेकिन जिस अनुपात में दिल्ली की और सीटों पर भाजपा की जीत का ग्राफ कम हुआ है, सहरावत इस मार्जिन को ठीक-ठाक बरकरार रख पाईं हैं उनको जनता से एक जुड़ाव कायम करने लिए दिल्ली में जाना जाता है। वह तब की दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर रह चुकी हैं। कुल 1 साल वह इस पद पर रहीं थीं।
उनका राजनीतिक योगदान और पहल
सहरावत महिला सशक्तिकरण की वकालत में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं और उन्होंने समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों का नेतृत्व किया है। भाजपा दिल्ली महिला मोर्चा की अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए, उन्होंने राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और शासन के विभिन्न स्तरों पर उनका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया। दक्षिण दिल्ली नगर निगम की महापौर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सेहरावत ने नागरिक बुनियादी ढांचे और सेवाओं को बढ़ाने पर केंद्रित कई पहल कीं। इनमें स्वच्छता अभियान, अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम और शहर को सुंदर बनाने के उद्देश्य से परियोजनाएं शामिल थीं।