कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में असंतोष को शांत करने और उसे मजबूत बनाने के प्रयासों के तहत अगले तीन दिन तक सत्तारूढ़ कांग्रेस के मंत्रियों व विधायकों के साथ मैराथन बैठकें करेंगे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि जिला प्रभारी मंत्रियों, संबंधित जिलों के अन्य मंत्रियों व विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के साथ ये बैठकें पूर्वाह्न 11 बजे से शाम 7 बजे तक मुख्यमंत्री के कार्यालय आवास कृष्णा में होंगी। दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक दो घंटे का अंतराल रहेगा।
मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी कार्यक्रमों के विवरण के अनुसार, सोमवार को सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शिवकुमार छह जिलों तुमकुरु, यादगिर, चित्रदुर्ग, बागलकोट, बेल्लारी और धारवाड़ के मंत्रियों व विधायकों के साथ बैठक करेंगे।विज्ञप्ति में कहा गया है कि सिद्धरमैया और शिवकुमार 31 मंत्रियों व विधायकों से बात करेंगे, प्रत्येक जिले के मंत्रियों और विधायकों को एक घंटे का समय देंगे।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, अगले तीन दिन में राज्य के 31 जिलों के सभी कांग्रेस विधायकों के साथ बैठकें की जाएंगी।
पदाधिकारी के अनुसार बैठक मुख्य रूप से जिलों में पार्टी का आधार मजबूत करने के अलावा और पार्टी कार्यालय स्थापित करने के लिए जमीन की पहचान करने और लोकसभा चुनाव के लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए हो रही है।
पदाधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री विधायकों की शिकायतें भी सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे।”
कांग्रेस ने 2024 में लोकसभा चुनाव में कम से कम 20 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 28 में से सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीट जीती थीं।कर्नाटक के 11 विधायकों ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि 20 मंत्री सहयोग नहीं कर रहे हैं और अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों पर चर्चा के लिए उपलब्ध नहीं हैं। इस घटनाक्रम के बाद ये बैठकें होनी हैं।