दिल्ली चुनाव के बीच यमुना जल मुद्दे को लेकर सियासत तेज है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की चुनावी राजनीति में बीजेपी लगातार जीत की ओर बढ़ रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और आप नेता इसे लेकर बहुत चिंतित हैं और वे लोगों के मन में अराजकता और अनावश्यक भय पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। वे एक नये निचले स्तर पर गिर गये हैं। यह एमसीसी और चुनाव प्रथाओं का स्पष्ट उल्लंघन है।
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भाजपा नेता ने कहा कि हमने अरविंद केजरीवाल के भाषण का वह हिस्सा प्रस्तुत किया है जहां उन्होंने हरियाणा पर दिल्ली को आपूर्ति किए जा रहे पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने भाषण में जिन द्वेषपूर्ण, विनाशकारी और अलगाववादी शब्दों का इस्तेमाल किया, वे एमसीसी का स्पष्ट उल्लंघन हैं। भूपेन्द्र यादव ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने हमारी चिंताओं का संज्ञान लिया है। हमने चुनाव आयोग से इस मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बेहद अनुचित, गैर-जिम्मेदाराना और एमसीसी के उल्लंघन वाले बयान पर विरोध करने और चुनाव आयोग को अपनी याचिका सौंपने आए थे। यह बहुत ही खतरनाक बयान है। यह बयान उनके अलावा सभी के लिए खतरनाक था, जो स्वयंभू अराजकतावादी हैं। दरअसल उन्होंने जो बयान दिया है उससे दिल्ली में लोगों के मन में डर बैठ गया है। इस देश में जिस तरह से चुनाव कराए जाते हैं, उस पर इसके बहुत गंभीर प्रभाव हैं।
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सीतारमण ने सवाल किया कि क्या यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा है? हमने इन मुद्दों को चुनाव आयोग के समक्ष उठाया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एक मुख्यमंत्री या पूर्व मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री पर ऐसे कृत्य का आरोप कैसे लगा सकता है जो कहीं न कहीं नरसंहार से संबंधित है? यह हरियाणा के उन सभी लोगों का अपमान है जिन्होंने उन्हें चुना है। हमने चुनाव आयोग से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है जिससे अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में चुनाव प्रचार करने से रोका जा सके।