केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्य के देवस्वओम मंत्री के राधाकृष्णन के साथ एक मंदिर में हुए कथित जातिगत भेदभाव की मंगलवार को निंदा की और कहा कि उनके साथ चर्चा करने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विजयन ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राधाकृष्णन द्वारा राज्य के मंदिर में उनके साथ हुए जातिगत भेदभाव के खुलासे को ‘चौंकाने वाला’ बताया।
विजयन ने कहा कि उनकी इस मुद्दे पर अभी तक राधाकृष्णन के साथ चर्चा नहीं हुई है और उनसे बातचीत करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मंदिर में जो कुछ हुआ, हमें भरोसा नहीं हो रहा है कि हमारे राज्य में ऐसा कुछ हो सकता है।’’
अनुसूचित जाति समुदाय से संबंध रखने वाले राधाकृष्णन ने कहा कि मंदिर के दो पुजारियों ने उन्हें वह दीपक सौंपने से इनकार कर दिया, जो वे उद्घाटन के अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर मुख्य दीप प्रज्वलित करने के लिए लाए थे।
मंत्री ने आरोप लगाया कि इसके बजाय उन्होंने खुद मुख्य दीप प्रज्वलित किया और उसके बाद, उन्होंने छोटे दीपक को जमीन पर रख दिया, यह सोचकर कि वह इसे उठा लेंगे और मुख्य दीप प्रज्वलित कर देंगे।
हालांकि मंत्री ने मंदिर के नाम का खुलासा नहीं किया, लेकिन समाचार चैनलों ने कन्नूर जिले के पय्यानूर में एक मंदिर में ‘नाडापंडाल’ के हालिया उद्घाटन का फुटेज प्रसारित किया, जिसमें मंत्री ने भाग लिया था।
फुटेज में देखा जा सकता है कि पुजारी छोटा दीपक मंत्री को नहीं सौंप रहे हैं और उसे जमीन पर रख रहे हैं।