केरल पुलिस ने एक मामले के सिलसिले में रविवार को यहां मलयालम समाचार चैनल ‘एशियानेट न्यूज’ के कार्यालय की तलाशी ली।
इस समाचार चैनल के कोझिकोड कार्यालय की जिस टीम ने तलाशी की, उसकी अगुवाई कर रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बाद में यहां संवाददाताओं से कहा कि मामले की जांच के तहत यह ‘तलाशी’ की गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘ कोई दस्तावेज नहीं लिया गया है।’’
खबरों के अनुसार, पुलिस ने एक नेता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था। नेता का आरोप है कि मादक पदार्थ पहुंचाने का काम करने के लिए कथित रूप से बाध्य की गयी, जिस स्कूली छात्र का इस चैनल ने साक्षात्कार किया था, वह फर्जी खबर थी।
इस तलाशी से महज दो-तीन दिन पहले एसएफआई कार्यकर्ता इस चैनल के कोच्चि कार्यालय में कथित रूप से घुस गये थे और उन्होंने कर्मचारियों को धमकी दी थी।
पुलिस तलाशी के बाद ‘एशियानेट न्यूज’ ने ट्वीट किया, ‘‘एसएफआई की अराजकता के कुछ दिन बाद, पुलिस ने एशियानेट के कोझिकोड कार्यालय में तलाशी ली। उसके बाद भी, एशियानेट अपने ध्येय वाक्य: सीधा। निडर। बिना थके खबरें देता रहेगा।’’
इस तलाशी की प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निंदा की है और इसे ‘असहिष्णुता का प्रतीक’ एवं ‘फासीवादी सोच’ करार दिया।
कांग्रेस नेता वी डी सतीशन ने कहा कि पुलिस कार्रवाई ‘विरोध, आलोचना या सत्ता में बैठे लोगों से प्रश्न पूछने के खिलाफ असहिष्णुता का संकेत है’ और यह राज्य में बढ़ रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि एशियानेट कार्यालय की तलाशी मीडिया के प्रति राज्य सरकार की ‘फासीवाद सोच का उदाहरण’ है।
केरल श्रमजीवी पत्रकार संघ ने भी पुलिस कार्रवाई की निंदा की।