मंगलवार को नबन्ना अभिजन रैली के हिंसक हो जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी सरकार पर बलात्कारियों और अपराधियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने जबरन बैरिकेड तोड़ने और प्रतिबंधित नबन्ना क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले ‘भाजपा गुंडों’ पर हमला किया। नडडा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कोलकाता से पुलिस की मनमानी की तस्वीरों ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देने वाले हर व्यक्ति को नाराज कर दिया है। दीदी के पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों की मदद करने को महत्व दिया जाता है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है।
इसे भी पढ़ें: Kolkata Horror: बीजेपी ने बुधवार को 12 घंटे बंगाल बंद का किया ऐलान, राष्ट्रपति शासन की मांग की
यह टिप्पणी छात्र संगठन द्वारा “अराजनीतिक” रैली के दौरान राज्य पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की रिपोर्ट सामने आने के बाद आई, जो कोलकाता के आरजी कर कॉलेज में डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के विरोध में आवाज उठाने के लिए आयोजित की गई थी। हालाँकि, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने ‘भाजपा के गुंडों’ पर ममता की छवि खराब करने के लिए विरोध प्रदर्शन को हिंसक बनाने का आरोप लगाया है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि सभी ने देखा कि आज बीजेपी के गुंडों ने हमला किया, बैरिकेड तोड़ दिए, पुलिस पर हमला किया। पुलिस घायल हुई। फिर भी संयमित है। उन्होंने ही गड़बड़ की। वे ही हैं जो गतिरोध के लिए बंद का आह्वान कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: Mamata Banerjee का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट? कोलकाता में बेकाबू हालात के बीच ये नई मांग कैसे आई सामने
इससे पहले भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल के नबन्ना में जो हो रहा है, वो चिंताजनक है और संविधान को तार-तार करने वाला है। ये स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि अगर देश में कहीं तानाशाह है, तो वो तानाशाह ममता बनर्जी है। उन्होंने कहा कि तानाशाह ममता बनर्जी और साथ में वो पुलिस कमिश्नर जिसने इस घटना को आत्महत्या बताया था। उन दोनों को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके। हम कहना चाहते हैं कि जांच एजेंसी को ममता बनर्जी और पुलिस कमिश्नर का भी पॉलीग्राफ टेस्ट करना चाहिए। भाटिया ने कहा कि अपने साथी छात्र के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर ममता बनर्जी की पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है। अपराधियों को बचाया जा रहा है। ममता सरकार का प्रशासन पक्षपातपूर्ण है और हम उनसे न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते।