उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अदालत परिसर में एक वकील की अज्ञात हमलावरों ने उसके चैंबर में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान मोनू चौधरी के रूप में हुई है, जिसे बदमाशों ने उस समय गोली मार दी जब वह अपने चैंबर में खाना खा रहा था। घटना गाजियाबाद के सिहानीगेट इलाके की है। खबरों के मुताबिक, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश जारी है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी, डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल फिलहाल घटना स्थल पर मौजूद हैं। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, वकील मनोज उर्फ मोनू चौधरी दोपहर का खाना खा रहे थे, तभी दो हमलावर चैंबर 95 में घुसे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। घटना के बाद पूरी तहसील में हंगामा मच गया।
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गौरतलब है कि चौधरी इससे पहले तहसील बार एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ चुके हैं। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच कर रही है। बदमाशों ने चैंबर में घुसकर मोनू चौधरी नाम के वकील को गोली मार दी, जिससे वकील की मौके पर ही मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में दो हमलावरों की पहचान की गई है, जो दोपहर करीब 1:38 बजे तहसील में दाखिल हुए और रूमाल से अपना चेहरा छिपा लिया था।
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यह घटना गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के करीबी सहयोगी संजीव माहेश्वरी उर्फ ’जीवा’ की लखनऊ सिविल कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या किए जाने के कुछ महीने बाद हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब हमलावर ने जीवा को गोली मारी तो वह वकील की वेशभूषा में था। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एक वकील ने सुरक्षा चिंताओं को उठाते हुए कहा था, “पुलिस हिरासत में लोगों की हत्या की जा रही है। ऐसी घटनाओं में शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता स्पष्ट है। विस्तृत जांच होनी चाहिए।” रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में एसयूवी सवार बदमाशों ने एक और वकील की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी और उनके भाई को गंभीर रूप से घायल कर दिया।