केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने वर्ष 2018 की एक पुनर्वास परियोजना के सिलसिले में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही जांच का स्वागत किया, जिसे लेकर मीडिया के एक धड़े में कई खबरें प्रकाशित की गई हैं। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसी का जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे।
तिरुवनंतपुरम में सचिवालय के सामने संवाददाताओं से बातचीत में सतीशन ने कहा कि यह स्वभाविक है कि जिस मामले की प्राथमिक जांच राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (वीएसीबी) ने की है, उसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय भी करेगा।
वीएसीबी ने सतीशन के खिलाफ अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक परियोजना के लिए विदेशी चंदा (निमयमन) अधिनियम (एसीआरए) का कथित उल्लंघन कर विदेश से चंदा लेने के आरोप में जांच शुरू की है।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वीएसीबी के पास उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ईडी वह एजेंसी है, जिसे एफसीआरए के उल्लंघन की शिकायत की जांच करनी चाहिए। उन्हीं शिकायतकर्ताओं ने तीन साल पहले ईडी से शिकायत की थी, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने सभी खातों की जांच की थी।’’
सतीशन ने कहा कि राज्य सरकार अच्छी तरह से जानती है कि अगर सतर्कता ब्यूरो किसी मामले की जांच करता है, तो प्रवर्तन निदेशालय भी उसकी जांच करेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार ने नेता प्रतिपक्ष को केंद्रीय एजेंसी के समक्ष लाने की कोशिश की है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं जांच में पूरा सहयोग करूंगा। ईडी की जांच से कम से कम कई वर्षों से लगाए जा रहे आरोपों में कुछ कमी आएगी… इसलिए मैं जांच का स्वागत करता हूं।’’सतीशन ने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसी के समक्ष सभी दस्तावेज पेश करेंगे, ताकि यह साबित कर सकें कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं।
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में राज्य में भारी बारिश से हुई तबाही के बाद सतीशन ने बाढ़ में घर खो चुके लोगों के लिए मकान बनाने के वास्ते ‘पुनारजानी’ योजना शुरू की थी।