ओडिशा में विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र ने शुक्रवार को अपने निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) का परित्याग कर दिया और दावा किया कि सुरक्षाकर्मियों की उपस्थिति में राज्य के मंत्री नबा किशोर दास की हत्या के बाद पुलिस बल पर उनका विश्वास खत्म हो गया है।
झारसुगुडा जिले में 22 जनवरी को एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) ने दास को गोली मार दी थी। चोटों के चलते एक दिन बाद दास की मौत हो गयी।
घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मिश्र ने कहा, ‘‘चूंकि अब ओडिशा पुलिस पर मेरा विश्वास नहीं रह गया है, ऐसे में राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त पीएसओ को रखने का कोई तुक नहीं है।’’
इस बीच, पुलिस महानिदेशक एस के बंसल ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि प्रधानमंत्री समेत ‘वीवीआईपी’ को सुरक्षा प्रदान कर रहे विशेष सुरक्षा बल (एसपीजी) के साथ ओडिशा पुलिस अपने सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के तौर -तरीकों पर चर्चा कर रही है।
उन्होंने कहा कि जहां तक दिवंगत मंत्री की बात है तो ओडिशा पुलिस ने उनके निजी सुरक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उस दिन के घटनाक्रम की समीक्षा एवं जांच करेंगे और यदि कोई चूक पायी गयी तो कार्रवाई करेंगे।’’
इस बीच पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस हत्या की जांच कर रहे अपराध शाखा के अधिकारी आरोपी गोपाल दास के बारे में और बातें पता करने के लिए ब्रजराजनगर स्थित किराये के उसके मकान का दौरा किया।