लोकसभा में मंगलवार (6 फरवरी) को उस समय भारी हंगामा हुआ जब द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद टीआर बालू ने केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन को “मंत्री बनने के लिए अयोग्य” करार दिया, जो सत्ता पक्ष को रास नहीं आया और भाजपा ने इसकी आलोचना की। इस टिप्पणी को पूरे दलित समुदाय का अपमान बताया, साथ ही विपक्षी नेता से माफी की भी मांग की। यह घटना प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुकसान पर प्रश्नकाल के दौरान हुई। डीएमके सांसद ए राजा और ए गणेशमूर्ति ने सरकार से पूछा था कि क्या उसने दिसंबर में चेन्नई और उसके उपनगरों और तमिलनाडु के दक्षिण में बहुत भारी बारिश और बाढ़, प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए कोई केंद्रीय टीम भेजी थी।
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बालू प्रश्नकाल के दौरान बोल रहे थे तभी तमिलनाडु के ही रहने वाले मुरुगन ने हस्तक्षेप किया। तभी डीएमके सांसद ने पलटवार करते हुए कहा कि आप हस्तक्षेप क्यों करते हैं, कृपया बैठ जाइए… आप क्या चाहते हैं… आप संसद सदस्य बनने के लिए अयोग्य हैं। आप मंत्री बनने के भी अयोग्य हैं। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल ने इसे दलित का अपमान बताते हुए बालू का विरोध किया। केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि टीआर बालू एक सवाल पूछ रहे थे. हमारे मंत्रिपरिषद के एक दलित मंत्री ने खड़े होकर इतना ही कहा कि आप अप्रासंगिक प्रश्न पूछ रहे हैं। और आपने उसे नालायक कहा। वह दलित भी हैं और एससी समुदाय से भी आते हैं। (बालू) ने उन्हें अयोग्य कहा। यह दलित समाज का अपमान है। हम चाहते हैं कि बालू माफी मांगें।
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डीएमके सांसद पर निशाना साधते हुए मुरुगन ने एएनआई से कहा, ”डीएमके यह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है कि दलित समुदाय का कोई मंत्री मंत्री हो। यही कारण है कि उन्होंने मेरे समुदाय और मेरा अपमान करने के लिए अपमानजनक और असंसदीय शब्द का इस्तेमाल किया।” भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर डीएमके नेता का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए बालू से माफी की मांग की है। तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख के अन्नामलाई ने डीएमके सांसद की आलोचना करते हुए उन्हें ‘राजनीति के लिए अपमानजनक’ बताया। उन्होनें लिखा कि थिरु टीआर बालू राजनीति के लिए अपमानजनक हैं और यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने अनुसूचित जाति समुदाय के किसी सदस्य के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। मैं लोकतंत्र के मंदिर में माननीय राज्य मंत्री एल मुरुगन पर इन टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता हूं।
Thiru TR Balu is a disgrace to politics & this is not the first time he has made disgraceful remarks about a member of the Scheduled Caste Community. I strongly condemn these remarks on Hon MoS Thiru @Murugan_MoS avl in the Temple of Democracy.
Our Hon PM Thiru @narendramodi… pic.twitter.com/TDt3p39hks