असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने शुक्रवार को अपने बयान को लेकर माफी मांगी है। उनकी टिप्पणी ‘महाभारत में भी लव जिहाद हुआ था’ पर भारी हंगामा मचा था। उन्होंने आम जनता से क्षमा मांगने के लिए एक वैष्णव प्रार्थना भी गाई। असम के मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कि गोलाघाट में तिहरा हत्याकांड एक ‘लव जिहाद’ था, बोरा ने रुक्मिणी के साथ भगवान कृष्ण के रिश्ते का जिक्र किया और कहा, “प्यार और युद्ध में सब जायज है”। इस टिप्पणी से राज्य में भारी राजनीतिक विवाद पैदा हो गया। मुख्यमंत्री सरमा ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस मामला दर्ज किया गया तो कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया जा सकता है।
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कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उनके दादा कल रात उनके सपने में आए और कहा कि “बयान गलत था और इससे राज्य के लोगों को ठेस पहुंची है।” बोरा ने आगे कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके शब्दों के कारण उनकी पार्टी को नुकसान हो। वह “वैष्णव भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते।”
वर्तमान में देखें तो असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने जो बयान दिया है उससे कहीं ना कहीं हिंदू भावनाओं को आहत पहुंच सकती है। उनके बयान को लेकर अब मामला गर्म होता जा रहा है। सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि भूपेन बोरा ने क्या कहा। बोरा ने कहा, ‘‘प्यार और जंग में सब कुछ जायज है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में कृष्ण का रुक्मणी को भगाकर ले जाने समेत कई कहानियां हैं और मुख्यमंत्री को आज के दौर में विभिन्न धर्मों तथा समुदायों के लोगों के बीच शादियों को लेकर विरोध का राग नहीं अलापना चाहिए।’’ भूपेन बोरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, ”जब भगवान कृष्ण रुक्मिणी से विवाह करना चाहते थे, तब अर्जुन एक महिला के भेष में आए थे। महाभारत में भी लव जिहाद था।”
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बोरा के बयान की निंदा करते हुए हिमंत ने कहा कि यह टिप्पणी सनातन और हिंदू धर्म के खिलाफ है। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के विषय को घसीटना निंदनीय है। यह सनातन धर्म के विरुद्ध है। मैं कांग्रेस से अनुरोध करता हूं कि जिस तरह हम हजरत मुहम्मद या ईसा मसीह को किसी विवाद में नहीं घसीटते, उसी तरह हमें भगवान कृष्ण को भी किसी विवाद में घसीटने से बचना चाहिए। भगवान की तुलना आपराधिक गतिविधि से करना स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर हिंदू पुरुष अपने समुदाय की महिलाओं से शादी करते हैं और मुस्लिम पुरुष अपने समुदाय की महिलाओं से शादी करते हैं तो देश में शांति रहेगी। हिमंत विश्व शर्मा ने यह भी कहा कि अगर धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर कोई उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराता है तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।