मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार रात घोषणा की कि राज्य में भगवान कृष्ण के लीला स्थलों का सिलसिलेवार तरीके से विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा ऐसे वक्त की, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित सूबे में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
चौहान ने इंदौर में यादव समुदाय के ‘प्रतिभा सम्मान’ समारोह में कहा, ‘‘उज्जैन के जिस सांदीपनि आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की थी, हमने इस स्थान के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। हम राज्य में श्रीकृष्ण के अन्य लीला स्थलों का भी धीरे-धीरे विकास करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की लीला स्थलों का विकास एक ‘‘कर्तव्य’’ है और यह राजनीति का विषय नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘प्रदेश में भगवान श्रीकृष्ण के लीला स्थलों का विकास होने पर हर समुदाय को प्रेरणा मिलेगी क्योंकि श्रीकृष्ण सबके हैं और सारा जगत उन्हीं में समाया हुआ है।’’
उन्होंने समारोह में मौजूद राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को मंच से निर्देश दिया कि वह भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़े धार्मिक स्थानों की सूची तैयार करें ताकि इनके विकास की योजना बनाई जा सके।
चौहान ने यह भी कहा कि गोशालाओं को सरकारी खजाने से दी जाने वाली राशि चार गुना बढ़ा दी गई है ताकि गायों का उचित भरण-पोषण और देखभाल हो सके।
उन्होंने कहा कि सूबे में गोशाला संचालन से जुड़ी नीतियों का सरलीकरण होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गोहत्या के खिलाफ कड़ा कानून बनाया है और इसे पूरी सख्ती से लागू किया जाएगा।चौहान ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के शहीद राव तुलाराम का इंदौर में स्मारक और प्रतिमा स्थापित करने, पद्मश्री से सम्मानित स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक भक्ति यादव की याद में उनकी मूर्ति लगाने और यादव समुदाय के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास निर्माण में सहयोग की घोषणाएं भी कीं।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि यादव समुदाय के लोगों को सूबे में ‘‘उचित प्रतिनिधित्व’’ दिया जाएगा।