Breaking News

Madhya Pradesh: खड़गे और राहुल का PM Modi पर वार, बताया झूठों के सरदार, आदिवासियों का भी उठा मुद्दा

भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के बदनावर में जनता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता जब भी भाषण देते हैं, कांग्रेस के बारे में उल्टा-सीधा बोलते हैं। कुछ दिन पहले शिवराज सिंह चौहान जी ने कहा कि राहुल गांधी और खरगे मिलकर कांग्रेस को खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को सत्ता से क्यों निकाल दिया?
 

इसे भी पढ़ें: Jan Gan Man: परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाषावाद की राजनीति करने वाले नेताओं का इलाज क्या है?

उन्होंने कहा कि देश में 45 साल में आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। महंगाई बढ़ गई है- ये सब मोदी जी के जमाने में हुआ। मोदी नहीं चाहते कि देश में अमीर और गरीब के बीच की खाई खत्म हो जाए। मोदी जी की मंशा है कि अमीर और अमीर हो जाए, गरीब और गरीब हो जाए। उन्होंने कहा कि जैसे ही आप टीवी चालू करते हैं, आपको उस पर मोदी दिखाई देते हैं। जिस घर में मोदी की तस्वीर टीवी पर आती है वह गरीबी में चला जाता है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी थी..हर साल 2 करोड़ नौकरियां दूंगा, सभी के खाते में 15 लाख रुपए डालूंगा, किसानों की आमदनी दोगुनी करूंगा किसानों को MSP दूंगा। लेकिन किया कुछ भी नहीं, क्योंकि मोदी ‘झूठों के सरदार’ हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि कुछ समय पहले मैंने एक वीडियो में देखा कि BJP का एक नेता आदिवासी युवा पर पेशाब कर रहा था। आखिर ये कैसी सोच है? ये भाजपा की विचारधारा है। ये सिर्फ आदिवासियों के साथ ही नहीं.. SC, ST और गरीबों के साथ हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहना शुरू कर दिया है…आदिवासी इस जमीन के पहले मालिक हैं…ये लोग नहीं चाहते कि आपको यह पता चले…क्योंकि अगर वे आपको आदिवासी कहेंगे तो उन्हें ऐसा करना पड़ेगा तुम्हें जंगल, पानी और जमीन का अधिकार दो। 
 

इसे भी पढ़ें: संदेशखाली की महिलाओं से मिले PM, TMC पर साधा निशाना, बोले- नारीशक्ति के आक्रोश का ये ज्वार सीमित नहीं रहने वाला

कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्य प्रदेश में 24% आदिवासी आबादी है जबकि देश के लिए यह आंकड़ा 8% है…मैं चाहता हूं कि आप भारत की सबसे बड़ी कंपनियों और उनके मालिकों की सूची निकालें। उन्होंने कहा कि आपको एहसास होगा कि एक भी मालिक आदिवासी समुदाय से नहीं है। आप विभिन्न मीडिया कंपनियों के मालिकों, बड़े-बड़े एंकरों की भी सूची निकाल सकते हैं। उसमें भी आपको कोई आदिवासी नहीं मिलेगा। 

Loading

Back
Messenger