छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार लगातार जारी है। इन सबके बीच छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला करने का भाजपा को बड़ा मौका मिल गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव सट्टाबाजी ऐप के प्रवर्तकों से 508 करोड रुपए लेने का आरोप लगा है। हालांकि, कांग्रेस लगातार इसको खारिज करती रही है। इन सब के बीच राजनांदगांव से भाजपा सांसद संतोष पांडे ने इस मुद्दे को काफी पहले लोकसभा में उठाया था। इसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यमों से बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मैं संसद में पहले ही इस मामले को उठा चुका हूं कि किस तरीके से राज्य में सट्टाबाजी जोरों पर हो रही है।
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संतोष पांडे ने बताया कि मैंने एक वर्ष पूर्व ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के महादेव सट्टा ऐप में संलिप्तता की बात माननीय लोकसभा सदन के समक्ष रखा था। कांग्रेस के कुशासन में प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली कांग्रेस सरकार के राज में हुए महादेव सट्टा ऐप, कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गोठान घोटाला ने प्रदेश को बदहाली के गर्त में धकेल दिया है। भाजपा इसको लेकर कांग्रेस पर हमलावर है। कथित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप घोटाले का जिक्र करते हुए आज अमित शाह ने कहा कि महादेव ऐप से जोड़कर सट्टा खोलने का काम किया। शर्म करें, कम से कम महादेव को तो छोड़ देते।
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कांग्रेस ने महादेव ऐप के मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा लगाए गए आरोपों की पृष्ठभूमि में बुधवार को निर्वाचन आयोग का रुख किया और कहा कि विधानसभा चुनाव के समय केंद्रीय एजेंसी की ‘मनमानी’ बंद होनी चाहिए और उसे संरक्षण मिलना चाहिए। पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग पहुंचकर प्रतिवेदन दिया और यह दावा भी किया कि चुनाव आते ही केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जाता है ताकि कांग्रेस को चुनावी रण में समान अवसरों से उपेक्षित रखा जा सके। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दावा किया था कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।