राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार गुट ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को महाराष्ट्र से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार नामित किया। चुनाव आयोग ने कहा कि 56 सीटों के लिए द्विवार्षिक राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होंगे, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित मौजूदा पदाधिकारियों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो जाएगा। रिक्तियों में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सहित नौ केंद्रीय मंत्रियों की सीटें भी शामिल हैं।
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आठ फरवरी को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। 15 फरवरी नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख होगी जबकि 20 फरवरी उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख है। स्थापित परंपरा के अनुसार, जहां मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा, वहीं मतगणना उसी दिन शाम 5 बजे से होगी। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए मिलिंद देवड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है। देवड़ा, जो हाल ही में कांग्रेस से दशकों पुराने पारिवारिक संबंधों को तोड़कर सबसे पुरानी पार्टी में शामिल हुए हैं, गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
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महाराष्ट्र से भाजपा ने तीन राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। महाराष्ट्र से हाल में ही भाजपा में शामिल हुए अशोक चव्हाण को टिकट दिया गया है। इसके अलावा मेधा कुलकर्णी और अजीत गोपछड़े का भी नाम शामिल है। अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रहे है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन को क्रमश: ओडिशा और मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। दोनों नेता अगर चुनाव जीत जाते हैं तो राज्यसभा में यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। रेल मंत्री वैष्णव के राज्य के सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के समर्थन से चुने जाने की संभावना है, जैसा कि 2019 में पहले कार्यकाल के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी के चुनाव के दौरान हुआ था।