पुणे। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते पंचगंगा नदी का जलस्तर चेतावनी के निशान से ऊपर पहुंच गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि नदी के किनारे बसे छह गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
जिला आपदा प्रकोष्ठ के अनुसार, बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे पंचगंगा नदी का जलस्तर 40.66 फुट दर्ज किया गया। नदी का चेतावनी निशान 39 फुट पर और खतरे का निशान 43 फुट पर है।
जिला प्रशासन ने बताया कि जिले के सभी 81 बैराज में भारी बारिश के कारण पानी भर गया है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को राधानगरी बांध के पांच स्वचालित द्वार खोले गए और पानी छोड़ा गया जिसके चलते पंचगंगा और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ा है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘संभावित बाढ़ को देखते हुए एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने फेजीवाडे, लोंधेवाड़ी, घोटवाडे, गुडाल, पिरल और पाडली गांवों में नदी के किनारे बसे लोगों से सुरक्षित क्षेत्रों में जाने की अपील की है।’’
राधानगरी बांध के खोले गए पांच द्वार में से एक को अब बंद कर दिया गया है। आपदा प्रकोष्ठ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि 7,112 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और बांध अपनी कुल क्षमता का लगभग 99 प्रतिशत तक भर गया है।कोल्हापुर प्रशासन ने बताया कि अलमाटी बांध का पानी कर्नाटक में बहता है, और यह बांध भी अपनी वर्तमान क्षमता का 72 प्रतिशत तक भर गया है।
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आपदा प्रकोष्ठ के अधिकारी ने कहा, ‘‘अलमाटी बांध से 85,857 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अलमाटी बांध से पानी छोड़े जाने से पंचगंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि लगभग स्थिर है, जो बुधवार शाम से 40.5 फुट के औसत स्तर पर बना हुआ है। बारिश की तीव्रता भी आज कम हो गई है।’’
जिला कलेक्टर राहुल रेखावर ने बताया कि बांध प्रबंधन के लिए कर्नाटक और महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग के अधिकारी समन्वय कर रहे हैं।