तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि लोकसभा आचार समिति की रिपोर्ट के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी समूह की ‘गठजोड़’ है, जिसने उन्हें सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की है। यह दावा करते हुए कि अडानी समूह और पीएम मोदी कोयला घोटाला को छिपाने का प्रयास कर रहे। महुआ मोइत्रा ने कहा कि वे दहशत की स्थिति में थे क्योंकि इस तरह के आरोप से सरकार गिर जाती। उन्होंने यह भी कहा केंद्र सरकार पर अयोध्या के राम मंदिर के उद्घाटन को इसी योजना के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
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मोइत्रा ने दावा किया कि गुरुवार को पैनल द्वारा अपनाई गई 500 पन्नों की रिपोर्ट में “नकदी” का कोई उल्लेख नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि पैनल ने उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की क्योंकि मोदी-अडानी गठजोड़ से पूछताछ नहीं की जानी थी। 500 पेज की रिपोर्ट में कैश का कोई जिक्र नहीं था, क्योंकि है ही नहीं। मोदी-अडानी गठजोड़ सरकार चला रहा है और इस वजह से मुद्दा यह है कि सवाल कैसे न उठाए जाएं…वे घबरा गए हैं।
अडानी ने कोयला घोटाला किया। इससे किसी भी देश में सरकार गिर जाती। मोदी दिल से ये जानते हैं। इसलिए वे इसे यथासंभव लंबे समय तक छिपाए रखने के लिए बेताब हैं। हम उन कुछ लोगों में से एक हैं जो इसे सामने ला रहे हैं। पूरा विचार यह है कि उन्हें चुप करा दिया जाए।