गुजरात समेत देशभर में नवरात्रि का त्योहार 15 अक्टूबर से धूमधाम के साथ शुरू हो गया है। नवरात्र के दौरान गरबा खेलने के लिए लोगों में बेहद उत्साह देखने को मिलता है। इसी बीच गुजरात के अंबाजी मंदिर में गरबा को लेकर कुछ खास नियम मंदिर समिति ने बनाए हैं। इस नियम में प्रमुख नियम यह है कि मंदिर में पुरुष और महिलाएं गर्भ एक साथ नहीं खेल सकेंगे।
यानी मंदिर प्रांगण में महिलाओं और पुरुषों के लिए गरबा खेलने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। जानकारी के मुताबिक चाचरचौक में सिर्फ महिलाएं गरबा करेंगी जबकि पीतल गेट के बाहर पुरुष गरबा कर सकेंगे। मंदिर समिति नहीं है नियम महिलाओं की गरिमा को ध्यान में रखते हुए बनाए हैं।
मंदिर समिति द्वारा लिए गया फैसला बदला नहीं जाएगा। वही जो भक्त गरबा खेलने या गरबा देखने आना चाहते हैं उन्हें मंदिर आने पर आई कार्ड दिखाना जरूरी होगा। चाचा चौक में प्रवेश करने के लिए आधार कार्ड लाइसेंस के अलावा कोई भी सरकारी दस्तावेज दिखाकर ही प्रवेश मिल सकेगा। सूत्रों के मुताबिक यह फैसला जिला कलेक्टर और जिला पुलिस प्रमुख की ओर से लिया गया है।
पूरे गुजरात में नवरात्रि के दौरान बेहद उत्साह और धूम देखने को मिलती है। राजकीय हर शहर व हर नुक्कड़ पर गरबा का आयोजन किया जाता है। हालांकि कुछ व सामाजिक तत्व गरबे के दौरान और सांस्कृतिक कृषि भी करते हुए नजर आते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी कई स्थानों पर लगातार जांच करते रहेंगे। वही चाचा चौक में गरबा खेलने और गरबा देखने के लिए प्रवेश पाने के लिए लोगों को अपना आईडी कार्ड दिखाना जरूर होगा। सुरक्षा के लिए हास्य महिला और पुरुषों की एंट्री भी अलग-अलग गेटों से की गई है।