अगरतला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता माणिक साहा ने बुधवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने दूसरी बार यह जिम्मेदारी संभाली है।
उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली जिनमें रतनलाल नाथ, प्राणजीत सिंघा रॉय, सांतना चकमा, टिंकू रॉय और बिकाश देबबर्मा और सुक्ला चरण नोएटिया शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे।
कुल मिलाकर, भाजपा के आठ और उसके सहयोगी दल आईपीएफटी के एक सदस्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। इनमें से पांच नए चेहरे हैं, जबकि पहले के मंत्रिमंडल में शामिल रहे चार मंत्रियों को भी नये मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
नोएटिया ‘इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (आईपीएफटी) से ताल्लुक रखते हैं।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ दिलाई।
माणिक साहा के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद में तीन आदिवासी विधायकों को स्थान मिला है।
धनपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाली केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है, हालांकि अब भी तीन मंत्री पद खाली हैं।
विपक्षी वाम दलों और कांग्रेस ने चुनाव बाद हुई हिंसा का हवाला देते हुए शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया।
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टिपरा मोथा के 13 विधायकों में से कोई भी शपथ ग्रहण में नहीं दिखा।
इस पार्टी के प्रमुख प्रद्युत किशोर माणिक्य देवबर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘टिपरा ने समझौा नहीं किया। प्रतीक्षा करो और देखो।’’
माणिक साहा पिछले साल की शुरुआत में बिप्लब कुमार देबके स्थान पर मुख्यंत्री बने थे।
प्रदेश की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को एक सीट मिली है।