राजस्थान में स्वास्थ्य विभाग ने हाल में केरल में कुछ रोगियों में पाए गए वायरस संक्रमण के बाद मंगलवार को एक समीक्षा बैठक की।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने राजस्थान के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले सर्दी और सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों पर निगरानी रखने के निर्देश दिये हैं।
एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को बताया गया कि उन्होंने मरीजों की जानकारी रोजाना स्वास्थ्य पोर्टल पर अपलोड करने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने मरीजों की लगातार निगरानी करने और आवश्यकतानुसार परीक्षण के लिए नमूने लिए जाने के लिये भी निर्देश दिया।
बैठक में निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य रवि प्रकाश शर्मा, राज्य नोडल अधिकारी एवं एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सूक्ष्म जीवविज्ञान (माइक्रोबायोलॉजी) विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि केरल में पाए गए वायरस वेरिएंट के एक भी मरीज की पहचान राज्य में नहीं की गई है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में इस वैरिएंट का एक भी रोगी सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियातन समस्त चिकित्सा संस्थानों में रोगियों के उपचार हेतु आवश्यक आइसोलेशन बैड, ऑक्सीजन बैड, आईसीयू बैड, वेन्टीलेटर, दवाइयों एवं जांच सुविधा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
सिंह ने कहा कि संयुक्त निदेशक-जोन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आईडीएसपी टीम आईएलआई एवं एसएआरआई रोगियों की निगरानी रखे और ऐसे रोगियों की जांच कराई जाए। किसी जिले में कोविड पॉजिटिव रोगी पाये जाने पर उसका सैम्पल जीनोम सिक्वेंसिंग हेतु प्रयोगशाला में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें। यह सुविधा जयपुर, जोधपुर एवं कोटा में उपलब्ध है।