जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद हो रहे पहले विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए उत्साहित मतदाता कतार में खड़े दिखे। बिजबेहरा विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी उम्मीदवार इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि मुझे खुशी है कि लोग बाहर निकल कर मतदान कर रहे हैं। मैं खुद पोलिंग बूथों में घूम रही हूं। नौजवान, लड़कियां, बुजुर्ग सभी निकल कर मतदान कर रहे हैं। यहां पर लोगों को परेशानी होती है, उनके काम नहीं हो रहे हैं। उप राज्यपाल के अंर्तगत भ्रष्टाचार हो रहा है। भर्तियां खाली हैं, धांधली हो रही है।
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इल्तिजा के इस कदम ने न केवल मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि युवाओं को भी प्रेरित किया कि वे अपनी आवाज़ उठाएं और लोकतंत्र में भाग लें। उनके इस उदाहरण ने यह संदेश दिया कि हर एक वोट महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र को सशक्त बनाने में योगदान करता है। अपनी सरकार चुनने के लिए विधानसभा चुनाव में भाग लेने पर खुशी व्यक्त करते हुए मतदाताओं ने यह भी उम्मीद जताई कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बाद जम्मू कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल हो जाएगा।
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चेनाब घाटी के जिलों में मतदान जारी है, जहां 7.14 लाख से अधिक मतदाता हैं। विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 64 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है। दक्षिण कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में भी मतदान जारी है। चेनाब घाटी के आठ विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित सभी 1,328 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। डोडा और किश्तवाड़ समेत क्षेत्र के कुछ हिस्सों में जून से आतंकी गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिसमें दो अधिकारियों सहित छह सैन्यकर्मियों की जान चली गई और चार आतंकवादी मारे गए।