द्रमुक अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साझेदारों से तुरंत एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) तैयार करने का आग्रह किया और कहा कि यह गठबंधन का चेहरा होगा।
स्टालिन ने कहा कि भाजपा की सत्ता से विदाई की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि वह इस बात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हैं कि वह (मोदी) विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के लिए ‘‘प्रचार अधिकारी’’ जैसी भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा शासन के नौ वर्षों में कोई उपलब्धि नहीं है। यह सरकार दिन प्रति दिन अलोकप्रिय होती जा रही है जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन लोकप्रिय होता जा रहा है।’’
मुंबई में विपक्ष की बैठक को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा कि एक सीएमपी तैयार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह (सीएमपी) विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का चेहरा होगा। भाजपा सरकार ने देश को कई तरीकों से बर्बाद कर दिया है। इसे (सीएमपी) लोगों के सामने एक खाका की तरह पेश करना चाहिए जिसमें यह बताया जाए कि बदलाव करने के लिए हमारा इरादा क्या है।’’
द्रमुक नेता ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन को एक ‘‘निरंकुश शासन’’ को उखाड़ फेंकने और लोकतंत्र की स्थापना के लिए आवश्यक नीतियों और आदर्शों का पता लगाना चाहिए और विपक्षी गुट को ऐसे आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए।
स्टालिन ने कहा, ‘‘हमारा पहला उद्देश्य भाजपा शासन को उखाड़ फेंकना और केंद्र में धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताकतों की सरकार स्थापित करना है। भाजपा को अलग-थलग करने के लिए, जहां तक संभव हो, भाजपा विरोधी पार्टियों को गठबंधन में शामिल करना चाहिए।’’
उन्होंने दावा किया कि जब एकमात्र लक्ष्य भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करना है, तो ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा हार जाएगी।’’
स्टालिन ने कहा कि गठबंधन जीत की राह पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि ‘इंडिया’ नाम ही भाजपा में ‘‘भय’’ पैदा कर रहा है।
अपने संबोधन में स्टालिन ने कहा कि जहां तक मुंबई बैठक का संबंध है, यह अत्यधिक संतोषजनकऔर ‘‘निर्णायक मोड़’ साबित हुई है क्योंकि भाजपा सरकार के पतन की ‘‘उल्टी गिनती’’ शुरू हो गई है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन के घटक स्वतंत्र दल हैं, लेकिन वे देश को बचाने के लिए एक साथ आए हैं।
द्रमुक अध्यक्ष ने कहा, ‘‘कृपया यह न सोचें कि हमने राजनीतिक लाभ के लिए हाथ मिलाया है। राष्ट्र की गरिमा, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए, हम सभी एकजुट हुए हैं।