केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर से आतंकवाद पर बड़ा प्रहार किया है। गृह मंत्रालय ने जम्मू एंड कश्मीर गजनवी फोर्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। आपको बता दें कि इसका गठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों को लेकर किया गया था। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने आज एक और व्यक्ति हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा को आतंकवादी और 2 संगठनों – खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) और जम्मू और कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) को आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित किया।
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संधू बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ जुड़ा हुआ है और वर्तमान में सीमा पार एजेंसियों के संरक्षण में लाहौर, पाकिस्तान में स्थित है और विशेष रूप से पंजाब में विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में शामिल पाया गया है। अब यूएपीए की चौथी अनुसूची में 54 नामित आतंकवादी है। खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) एक उग्रवादी संगठन है और इसका उद्देश्य पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना है और भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देना है और पंजाब में लक्षित हत्याओं सहित आतंकवाद के विभिन्न कृत्यों को बढ़ावा देना है।
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जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स को घुसपैठ की कोशिशों, नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी और जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को अंजाम देने में शामिल पाया गया है। यह लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, तहरीक-उल-मुजाहिदीन, और हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लामी जैसे विभिन्न आतंकवादी संगठनों से अपने कैडर को आकर्षित करता है। यह संगठन भारत के विरूद्ध आतंकवादी संगठनों से जुड़ने के लिए जम्मू कश्मीर के लोगों को उकसाने के वास्ते सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल भी करता रहा है। अधिसूचना के मुताबिक, गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनयम (यूएपीए) के तहत प्राप्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए जेकेजीएफ को आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है।