Breaking News

‘2029 में भी मोदी जी आएंगे’, Chandigarh में बोले Amit Shah, पूरे 5 साल चलेगी NDA सरकार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ के मनीमाजरा में चौबीस घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने वाली परियोजना का रविवार को उद्धाटन किया। इसके बाद उन्होंने विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। अमित शाह ने चंडीगढ़ में कहा भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को तीन चुनाव में मिली सीट से अधिक सीट जीतीं। उन्होंने आगे कहा कि राजग सरकार न केवल अपना यह कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि अगला कार्यकाल भी इसी सरकार का होगा। 
 

इसे भी पढ़ें: Uddhav Thackeray ने अमित शाह को बताया अहमद शाह अब्दाली का राजनीतिक वंशज, कहा- थोड़ी भी अक्ल होती तो…

शाह ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि विपक्ष को जो करना है करने दो, 2029 में एनडीए आएगा, मोदी जी आएंगे। वे (विपक्ष) नहीं जानते कि इस चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को तीन चुनावों में मिली सीटों से अधिक सीटें जीती हैं। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग जो अस्थिरता फैलाना चाहते हैं, बार-बार कहते हैं कि ये सरकार टिकने वाली नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करने आया हूं कि न केवल सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी बल्कि अगली सरकार एनडीए की होगी और वे विपक्ष में बैठने के लिए तैयार रहेंगे और विपक्ष में ठीक से काम करने का तरीका सीखेंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि आज जिस परियोजना का उद्घाटन किया गया है, उससे 24 घंटे आपको (लोगों को) पानी मिलेगा। आज से बहनों को अलार्म नहीं लगाना पड़ेगा, आप टेप ऑन कर लीजिए, पानी मिल जाएगा। कोई टैंकर नहीं होगा। इस पर 75 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इससे 1 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। कुल 75 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इस परियोजना से मनीमाजरा के एक लाख से अधिक निवासियों को लाभ मिलेगा, जिनमें मॉडर्न हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, शिवालिक एन्क्लेव, इंदिरा कॉलोनी और शास्त्री नगर में रहने वाले लोग भी शामिल हैं। 
 

इसे भी पढ़ें: Wayanad हादसे में झूठे दावे का आरोप, गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कांग्रेस ने की विशेषाधिकार हनन की शिकायत

‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत शुरू की गई इस परियोजना का उद्देश्य निरंतर उच्च दबाव आपूर्ति के माध्यम से इसके भंडारण को कम करके पानी की बर्बादी को रोकना है। परियोजना के अन्य उद्देश्यों में रिसाव में कमी, ‘स्मार्ट मीटरिंग’, भूजल पर सीमित निर्भरता और ऊर्जा खपत की निगरानी के माध्यम से जल संवर्धन शामिल हैं। इस परियोजना के लिए कुल 22 किलोमीटर लंबी जलापूर्ति पाइपलाइन बिछाई गई है और दो भूमिगत जलाशय बनाए गए हैं।

Loading

Back
Messenger