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North Karnataka के 15 हजार से अधिक किसानों के बहुरेंगे दिन

उत्तरी कर्नाटक के 15 हजार से अधिक छोटे किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब बहुत जल्द इन किसानों के दिन बहुरने वाले हैं। किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आईएसएपी इंडिया फाउंडेशन और वॉलमार्ट फाउंडेशन ने संयुक्त पहल के तहत बाजार एकीकरण प्रोजेक्ट लांच किया है। वॉलमार्ट फाउंडेशन ने प्रोजेक्ट के लिए 1.2 मिलियन डॉलर का आर्थिक अनुदान दिया है। जिसकी मदद से 15 किसान उत्पादक कंपनियों (एफपीसी) को न केवल सुदृढ़ किया जाएगा बल्कि इनकी क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। यही नहीं मूल्य श्रृंखलाओं में सुधार के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। एफपीसी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जाएगा। 
 
पांच जिलों में एफपीओ संग सहयोग
जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट के जरिए एफपीओ की बुनियाद और मजबूत की जाएगी। एफपीओ बाजार संग जुड़ाव सुनिश्चित किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यही नहीं एफपीओ और इसके सदस्यों को आत्मनिर्भर बनाने और बाजार मांग के अनुरूप तैयार करने पर भी खासा जोर होगा, ताकि एफपीओ कृषि संबंधी मांगों को पूरा करने के लिए सक्षम बनें। आईएसएपी इंडिया फाउंडेशन उत्तरी कर्नाटक के पांच जिलों में एफपीओ के साथ अपने सहयोग को और बढ़ाएगा। 
 

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प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य 
1. कृषि उत्पादकता और आय में वृद्धि: उन्नत कृषि तकनीक, नवीन प्रौद्योगिकी और संसाधनों के जरिए किसानों के फसल की पैदावार और आय बढ़ाने पर जोर। किसानों की उपज का मूल्य जोड़ने और उनकी बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रसंस्करण और पैकेजिंग इकाईयां स्थापित की जाएंगी।
 
2. किसान उत्पादक संगठनों को मजबूत करना: इस प्रोजेक्ट के जरिए 15 एफपीसी की परिचालन क्षमता को बढ़ाया जाएगा। जिसमें महिलाओं को इन संगठनों में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
 
3. बाजार एकीकरण और स्थिरता: इस प्रोजेक्ट के जरिए एफपीसी को स्थानीय कृषि व्यवसायों, उद्योग और कृषि स्टार्टअप से जोड़कर किसानों की बाजार तक पहुंच और दीर्घकालिक आर्थिक विकास के लिए नए रास्ते खोले जाएंगे।
4. शासन और कार्यक्रमों में लैंगिक अंतर को मिटाना: कृषि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के मद्देनजर एफपीसी में महिलाओं के महत्व को बढ़ाना ताकि निर्णयों में बराबर की भागीदार बनें। महिला किसानों की कृषि संसाधनों, प्रशिक्षण और नेतृत्व के अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएंगे, जिससे न्यायसंगत कृषि समुदाय को बढ़ावा मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट को रणनीतिक रूप से आत्मनिर्भर और बाजार की जरुरतों के हिसाब से एफपीसी को तैयार करने के लिए ही बनाया गया है। जिससे एफपीसी कृषि क्षेत्र की नवीन मांगों को पूरा कर सकेगी। प्रशिक्षण प्रदान करके, सामूहिक कार्रवाई को बढ़ावा देकर और कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देकर आईएसएपी इंडिया फाउंडेशन का लक्ष्य एफपीसी  को एक लचीले और समृद्ध कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाना है।
 

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कोट्रस 
वॉलमार्ट फाउंडेशन ने अपने बयान में कहा कि हमें उत्तरी कर्नाटक में इस परिवर्तनकारी पहल का हिस्सा बनने पर गर्व है। यह प्रोजेक्ट समुदायों को सशक्त बनाने और कृषि को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। किसानों, विशेष रूप से महिलाओं को आवश्यक संसाधन, प्रशिक्षण और बाज़ार तक पहुंच प्रदान करके, हम एक अधिक लचीले और समावेशी कृषि क्षेत्र को बढ़ावा दे रहे हैं। यह साझेदारी सहयोग और प्रणालीगत परिवर्तन के माध्यम से सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए Walmart.org के मिशन को दर्शाती है। हमारे परोपकारी प्रयासों का उद्देश्य विकास, समृद्धि और मजबूत समुदाय बनाना है। अधिक जानकारी के लिए, www.walmart.org पर जाएं या X @Walmartorg पर जुड़ें।
आईएसएपी इंडिया फाउंडेशन ने अपने बयान में कहा कि हमें इस पहल को शुरू करने की बहुत खुशी है। इससे उत्तरी कर्नाटक में किसानों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आएंगे। हमारा ध्यान किसानों को उन्नत उपकरण, संसाधन और बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करा सशक्त बनाने पर है। हम विशेष रूप से कृषि में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देने और समावेशी, टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हर भागीदार फल-फूल सके और समृद्ध भविष्य में योगदान दे सके।
आईएसएपी इंडिया फाउंडेशन के बारे में
ISAP इंडिया फाउंडेशन एक अग्रणी गैर-लाभकारी संगठन है जो टिकाऊ कृषि पद्धतियों, क्षमता निर्माण और समुदाय-संचालित विकास पहलों के माध्यम से ग्रामीण आजीविका को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। छोटे किसानों को सशक्त बनाने और लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने पर ज़ोर देते हुए फाउंडेशन ग्रामीण समुदाय को समृद्ध बनाने के लिए कार्यरत है।

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