मराठा सेवा संघ के जिजाऊ ब्रिगेड का राष्ट्रीय अधिवेशन और मराठा सेवा संघ के स्थापना दिवस के अवसर पर सूरत में आयोजित कार्यक्रम में, उत्तर प्रदेश जिजाऊ ब्रिगेड की कार्यकारी अध्यक्ष, श्रीमती संयुक्ता देशमुख ने महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने अपने भाषण में कहा, “जिजाऊ के विचारों से प्रेरणा लेकर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध रहना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
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श्रीमती देशमुख ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की घटनाओं की कड़ी निंदा की और कोलकाता और बदलापुर में हुई घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्हें अत्यंत दुखद और चिंताजनक बताया। उन्होंने सरकार से महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर उपाय करने की मांग की। साथ ही, सिंधुदुर्ग के राजकोट किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना को उन्होंने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और इसे पूरे महाराष्ट्र की अस्मिता का अपमान कहा।
उन्होंने कहा कि जिजाऊ ब्रिगेड हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सक्रिय रहेगी और इस उद्देश्य के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जिजाऊ द्वारा दिए गए आत्मसम्मान के संदेश को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।”
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मराठा सेवा संघ के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए श्रीमती देशमुख ने कहा, “इस संगठन के माध्यम से समाज में बदलाव लाने की प्रेरणा मिलती है।” साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि “सभी को एकजुट होकर जिजाऊ के विचारों पर आधारित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध रहने की आवश्यकता है।”