केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के लगातार सिरमौर रहने को लेकर ‘भारत-पे’ के सहसंस्थापक अशनीर ग्रोवर के विवादित बयान को लेकर सोमवार शाम उनके खिलाफ मानहानि की शिकायत पर असंज्ञेय अपराध की सूचना रिपोर्ट (एनसीआर) दर्ज की गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
लसूड़िया पुलिस थाने के प्रभारी तारेश सोनी ने संवाददाताओं को बताया,‘‘ग्रोवर ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के खिताब को लेकर विपरीत टिप्पणी की थी। इसके खिलाफ हमें इंदौर नगर निगम की ओर से शिकायत मिली थी।’’
उन्होंने बताया कि इस शिकायत पर ग्रोवर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) और धारा 500 (मानहानि के लिए दंड) के तहत एनसीआर दर्ज की गई है।
सोनी ने बताया,‘‘एनसीआर दर्ज होने के बाद शिकायतकर्ता चाहे तो उनके(ग्रोवर) खिलाफ निजी स्तर पर अदालत में मामला दायर कर सकता है।’’
ग्रोवर के खिलाफ इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के मुख्य स्वच्छता निरीक्षक (सीएसआई) संजय घावरी (46) ने लसूड़िया पुलिस थाने में एनसीआर दर्ज कराई है।
घावरी ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा,‘‘ग्रोवर का विवादास्पद बयान पूरे इंदौर के लिए अपमानजनक है। इस बयान से शहर के उन हजारों सफाईकर्मियों के मन को ठेस पहुंची है जो अलसुबह से देर रात तक स्वच्छता के काम में जुटे रहते हैं।’’
ग्रोवर के विवादास्पद बयान का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर पहले ही प्रसारित हो चुका है।
उन्होंने शहर में रविवार को आयोजित एक व्यापार अधिवेशन के दौरान कहा था,‘‘देखिए, एक विचार होता है-‘प्लेइंग टू द गैलरी’ यानी तुम जहां जाओ, वहां की बड़ाई कर दो कि मैंने इतना अच्छा शहर नहीं देखा।
अब मेरे साथ दिक्कत क्या है कि तीन-चार साल सुन लिया कि इंदौर सबसे साफ शहर है। …….तुमने सर्वे खरीदा है। सीधी-सी बात है।’’
जब श्रोताओं ने इस बात पर शोर मचाकर ग्रोवर को ‘‘हूट’’ किया, तो उन्होंने कहा,‘‘सबसे साफ शहर होने के मामले में केवल चिप्स के पैकेट को नहीं गिनते, मलबे को भी गिनते हैं। (शहर में) हर जगह निर्माण चल रहा है।’’
भारत-पे के सह संस्थापक ने हालांकि तुरंत स्पष्ट किया कि वह यह नहीं बोल रहे कि इंदौर में गंदगी है। उन्होंने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि शहर में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं।
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने ग्रोवर के विवादास्पद बयान पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने भारत-पे के सह संस्थापक के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।