नीट विवाद मामले में सीबीआई ने ‘मास्टरमाइंड’ एक बीटेक ग्रेजुएट और दो एमबीबीएस छात्रों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने ‘सॉल्वर’ के रूप में काम किया था। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीबीआई ने पटना में भरतपुर मेडिकल कॉलेज के दो मेडिकल छात्रों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मेडिकल छात्रों की पहचान कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र कुमार के रूप में हुई है। तकनीकी निगरानी ने परीक्षा के दिन हज़ारीबाग़ में उनकी उपस्थिति की पुष्टि की है। गिरफ्तार किया गया दूसरा व्यक्ति, शशि कुमार पासवान, एक ‘ऑलराउंडर’ है। वह सरगना को सभी प्रकार की सहायता प्रदान कर रहा था।
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इसके अलावा शशि कुमार पासवान नीट पेपर लीक मामले का भी सरगना है. वह पहले गिरफ्तार किये गये पंकज उर्फ आदित्य का साथी है और उसने उसे हजारीबाग से ट्रंक से पेपर चुराने में मदद की थी. जानकारी के मुताबिक, ये सभी परीक्षा के दिन 5 मई की सुबह पेपर सॉल्व करने के लिए हजारीबाग में मौजूद थे। वहीं, राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के केंद्रवार और शहरवार परिणाम शनिवार को घोषित कर दिए। यह परीक्षा कथित अनियमितताओं को लेकर जांच के घेरे में है।
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नीट-यूजी के परिणाम पांच जून को घोषित किए गए थे, लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद इन्हें इस प्रारूप में प्रकाशित किया गया है। उच्चतम न्यायालय प्रश्नपत्र लीक सहित परीक्षा कराने में कथित अनियमितताओं के संबंध में कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि अभ्यर्थियों की पहचान उजागर नहीं करते हुए परिणाम घोषित किए जाएं। उसने कहा था कि वह यह पता लगाना चाहता है कि कथित विवादित केंद्रों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को अन्य स्थानों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की तुलना में अधिक अंक तो नहीं मिले हैं।