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केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज नई दिल्ली में पत्रकारों से किसान आंदोलन और संदेशखाली पर बातचीत की।
किसान आंदोलन पर पूछे गए प्रश्नों के जवाब में श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “किसान को समृद्ध, सशक्त व उन्हें आर्थिक रूप से मज़बूत बनाने के लिए मोदी सरकार ने हर ज़रूरी कदम उठाए हैं, आगे भी निर्णय किसानों के हित में ही लिया जायेगा। अभी पहले चार चरणों की बातचीत में मोदी सरकार के वरिष्ठ मंत्रीगण चंडीगढ़ जाकर किसानों से मिल बैठकर विस्तृत और सकारात्मक परिचर्चा कर चुके हैं। मोदी सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आगे भी हम चर्चा के लिए हमेशा तैयार हैं। हम सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए कि हिंसा, आगजनी ना हो और किसी को भी जान माल का नुकसान ना पहुंचे।”
श्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि हमने कल ही गन्ने की कीमत 315 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 340 रुपए प्रति क्विंटल की है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 8% की बढ़ोतरी है जिस पर 107 प्रतिशत का रिटर्न है।”
श्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सभी प्रयास कर रही है। हमने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया। कांग्रेस के 10 वर्षों के कार्यकाल में फसलों की कुल खरीद मात्र ₹5.50 लाख करोड़ की हुई थी। मोदी सरकार ने ₹18.39 लाख करोड़ की खरीद की है। यानी लगभग साढ़े तीन गुना ज्यादा। इससे पता चलता है की हमने दाम भी बढ़ाए और खरीदारी भी दोगुनी से ज्यादा की। इसके अलावा मोदी सरकार ने किसानों को सम्मान निधि के तौर पर ₹2.81 लाख करोड़ रुपए दिए। 2013-14 में जब यूपीए की सरकार थी, तब कृषि बजट ₹27 हजार 662 करोड रुपए था। अभी मोदी सरकार का कृषि बजट ₹1 लाख 25 हजार करोड़ से ज्यादा है। यानी यूपीए काल से 5 गुना ज्यादा। यूपीए काल की फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को कुछ नहीं मिलता था। मोदी सरकार में डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसानों को मिला है। 10 हजार एफपीओ में से 8 हजार बन चुके हैं और इसे लाखों किसान भी जुड़ चुके हैं। हमने ₹1 लाख करोड़ का एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया जिसमें से ₹30 हजार करोड़ अब तक जारी किए जा चुके हैं।”
आगे मोदी सरकार द्वारा किसान हित में किए कार्यों की जानकारी देते हुए श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया, “सिंचाई योजनाओं के लिए मोदी सरकार ने डेढ़ गुना ज्यादा यानी लगभग ₹15 हजार 500 करोड़ रुपए खर्च किए। कांग्रेस के समय कृषि ऋण मात्र 7 लाख करोड़ रुपए के आसपास था जिसे बढ़ाकर हमने 20 लाख करोड़ रुपए किया है। और यह मात्र पिछले वर्ष का आंकड़ा है। इनके समय एक्सपोर्ट 2 लाख 62 हजार करोड रुपए का था, हमने 4 लाख 27 हजार करोड़ का किया। तो मोदी सरकार से कांग्रेस की तुलना करना ही व्यर्थ है। जिन्होंने 60 वर्षों में कुछ नहीं किया वह क्या हमसे तुलना करेंगे।”
संदेशखाली पर
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पर पूछे गए प्रश्नों के जवाब में श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “पश्चिम बंगाल में माताएं, बहनें और बेटियां असुरक्षित महसूस कर रही हैं। संदेशखाली में महिलाओं के ऊपर जो अत्याचार हुआ है उसका संदेश देश की गली-गली तक गया है।”
संदेशखाली में मीडियाकर्मियों के ऊपर हुए अत्याचार को बेहद निंदनीय बताते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “मीडिया कर्मियों पर अंकुश लगाना, उनको गिरफ्तार करना बेहद निंदनीय है। ये कभी नही होना चाहिए। यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान है। पश्चिम बंगाल में मीडिया की स्वतंत्रता को बनाए रखना ममता बनर्जी जी की जिम्मेदारी है। मैं उनसे पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं। पश्चिम बंगाल में पिछले कई वर्षों से लगातार ऐसी हिंसक घटनाएं सामने आती रहीं हैं। इससे पहले चुनाव के बाद भी महिलाओं को और आम जनता को दौड़ा कर पीटा गया था। ममता दीदी अपने राज्य में महिलाओं और पत्रकारों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”