Breaking News

नेता अपनी तरफ ही देखते रहे तो कार्यकर्ता क्यों लड़ेगा पार्टी के लिए: रंधावा

कांग्रेस महासचिव व राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी के बड़े नेताओं को नसीहत देते हुए शुक्रवार को कहा कि अगर वे अपने तथा अपने परिवार की ओर ही देखते रहे तो कार्यकर्ता कहां जाएगा और वह पार्टी के लिए क्यों लड़ेगा।
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए पार्टी नेताओं द्वारा विभिन्न निर्वाचित पद अपने ही परिवार के सदस्यों में रखने की मानसिकता पर सवाल उठाया और कहा कि ऐसी स्थिति में पार्टी कार्यकर्ता क्या करेंगे?
राज्य में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं।
पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा अपने बेटों आदि की वकालत किए जाने पर रंधावा ने कहा,‘‘जब तक हम बड़े नेता अपने परिवार को पीछे नहीं करेंगे… मेरा बेटा 22 साल का है मैंने उसको कहीं नहीं बनाया …न युवा कांग्रेस में न पंच सरपंच कभी नहीं .. मेरे पिता दो बार पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री रहे, लेकिन उन्होंने मुझे या मेरे बड़े भाई को कहीं कोई पद नहीं दिया।

1997 में, मुझे टिकट दिया गया और उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़ दी …कि एक घर से एक ही काम करेगा।’’
रंधावा ने कहा,‘‘ऐसी भावना आपको लेकर आनी होगी। फिर कांग्रेस मजबूत होगी। अगर हम अपनी तरफ ही देखते रहेंगे तो कार्यकर्ता को कैसे मजबूत करेंगे? कार्यकर्ता क्यों लड़ेगा कांग्रेस के लिए? वर्कर (कार्यकर्ता)तभी लड़ेगा जब उसे लगेगा कि मेरा भी भविष्य है …वो मैं करूंगा और मैंने इनको विश्वास दिलाया है कि जैसे मैं आगे आया हूं वैसे ही आप लोगों को आगे करूंगा।’’
रंधावा यहां युवा कांग्रेस की एक बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह इस प्रवृत्ति को कम करेंगे और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनने पर परिवारवाद की राजनीति को कम करेंगे।

इससे पहले उन्होंने कार्यक्रम में कहा,‘‘अगर आप अपने परिवार में सब कुछ रखेंगे तो कांग्रेस कैसे मजबूत होगी? मैं देखता हूं … पिता मंत्री है, बेटा जिला प्रमुख है… आप सब कुछ रखेंगे?आप सब कुछ अपने घर में रखेंगे .. जब आपके परिवार को सब कुछ मिलेगा तो फिर बाकी लोग कहां जाएंगे? कांग्रेस परिवार कहां जाएगा?’’
बैठक में उन्होंने युवा कांग्रेस नेताओं को भरोसा दिलाया कि चुनाव में उन्हें प्राथमिकता मिलेगी। पहले की तरह कुछ फीसदी टिकट युवा कांग्रेस के लिए रखे जाएंगे और जो पात्र होगा उसे टिकट दिया जाएगा।

Loading

Back
Messenger