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New Parliament row: ममता का फोटो के जरिए PM पर वार, नेहरू और मोदी के दौर की तुलना की

नए संसद भवन को लेकर विवाद इसके उद्घाटन के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। ममता ने इसके लिए एक फोटो ट्वीटर पर साझा किया है। ममता ने दो तस्वीरों का एक कोलाज साझा किया। एक आजादी के बाद- जिसमें पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ.भीमराव अम्बेडकर सहित उनके अन्य कैबिनेट सदस्यों को दिखाई दे रहे हैं। 

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तस्वीर के मायने
कोलाज के दूसरे फोटो में ‘एंड नाउ’- वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ संतों ने भवन के उद्घाटन के अवसर पर नई संसद में दिखाई दिए। दर्जनों हिंदू साधुओं के बीच पीएम मोदी बीच में खड़े हैं। केंद्रीय मंत्री- निर्मला सीतारमण और किशन रेड्डी भी फ्रेम में दिखाई दे रहे हैं। ममता ने इस तस्वीर के जरिए शायद यह दिखाने की कोशिश की है कि नेहरू ने संसद से संबंधित कार्यक्रम करते समय धार्मिक नेताओं को दूर रखा क्योंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। इसके विपरीत, पीएम मोदी हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले संतों के साथ खड़े हैं।
 

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कई विपक्षी नेताओं ने नई संसद में धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की। इससे पहले, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी, जिन्हें ममता का उत्तराधिकारी माना जाता है, ने रविवार (28 मई) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के भव्य उद्घाटन के लिए धार्मिक नेताओं और पुजारियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जो देश के संवैधानिक प्रमुख हैं, नहीं थीं। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव ने सवाल किया कि संसद में धार्मिक नेताओं की क्या भूमिका थी।

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