Breaking News

New Parliament: स्वामी प्रसाद मौर्य का तंज, ब्राह्मणवाद के पैरों पर नतमस्तक हो गई है भाजपा सरकार, सिंधिया का पलटवार

28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। हालांकि, नए संसद भवन के उद्घाटन सत्र से विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया हुआ था। विपक्षी दल लगातार ने संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों कराने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर राजनीति भी हुई। किसी ने कहा कि देश के इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है तो किसी ने नए संसद की तुलना ताबूत से कर दीं। अभी भी इसको लेकर राजनीतिक कम होने का नाम नहीं ले रही है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब नए एंगल से इस पर भाजपा पर निशाना साधा है।
 

इसे भी पढ़ें: ब्रह्मांड के साथ भारत के विचार को दर्शाता फौकॉल्ट पेंडुलम, कैसे बनाया गया और क्या है इसकी खासियत, डिटेल में जानें

स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा सरकार पर निशाना
नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान सर्व धर्म प्रार्थना हुई थी। इसके साथ ही पवित्र सेंगोल को भी स्थापित किया गया। प्रधानमंत्री इस दौरान सेंगोल के प्रति अपना सम्मान दिखाते हुए पूरी तरीके से नतमस्तक हुए। यही फोटो साझा करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि ऐसा लगता है कि सेंगोल राजदंड की स्थापना कर राजतंत्र का जश्न मनाते हुए भाजपा सरकार ब्राह्मणवाद के पैरों पर नतमस्तक हो गई है। सावधान! सावधान! लोकतंत्र व संविधान खतरे में। इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। 
 

इसे भी पढ़ें: MP, छत्तीसगढ़, राजस्थान… हमारे गणतंत्र को बचाने में करें मदद, नए संसद भवन समारोह पर महुआ मोइत्रा का कटाक्ष

 
सिंधिया का पलटवार
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को भारत के प्राचीन इतिहास, भारत की विचारधारा, भारत की ऐतिहासिक संस्कृति के प्रति सम्मान न हो वो ऐसे ही टिप्पणी करते हैं। भारत की क्षमता एक आध्यात्मिक क्षमता है जो विचारधारा प्रधानमंत्री की है। भारत आज G20 की अध्यक्षता कर रहा है जो पूर्व में अंतर्राष्ट्रीय आयोजन किए जाते थे वो सिर्फ दिल्ली और मुंबई तक सीमित थी। इस बार G20 की अध्यक्षता कश्मीर से कन्याकुमारी तक और गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक एक-एक राज्य में आयोजित की गई। सिंधिया ने कहा कि भारत के ऐसे लोग भारत की आध्यात्मिक क्षमता को कुचलना चाहते है लेकिन अब भारत की आध्यात्मिकता को अब कुचला नहीं जा सकता है। 

Loading

Back
Messenger