दिल्ली दुर्घटना मामले में ताजा घटनाक्रम से पता चला है कि दुर्घटना के समय पीड़िता के साथ उसकी स्कूटी पर एक अन्य दोस्त भी थी। पुलिस के मुताबिक, बाहरी दिल्ली में एक कार की टक्कर से दोपहिया वाहन की चपेट में आने से जिस महिला की मौत हुई, उसके साथ स्कूटी पर एक महिला मित्र भी थी, जो हादसे में घायल हो गई। दूसरी लड़की दुर्घटना के बाद अपने घर लौट आई, पुलिस ने कहा, पीड़िता, हालांकि, कार के नीचे फंस गई थी और उसे सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किमी तक घसीटा गया था। दिल्ली पुलिस ने मामले में पीड़िता के दोस्त का बयान दर्ज किया है।
जिस होटम से महिला और उसकी दोस्त बाहर निकले थे वहां के मैनेजर ने बताया कि दोनों लड़कियों में किसी बात पर झगड़ा हुआ था जिसके बाद दोनों को बाहर भेज दिया गया था। मैनेजर ने यह भी खुलासा किया है कि जब वह होटल से बाहर निकली तो उनके साथ 5-6 लोग और भी थे। जानकारी के अनुसार दोनों लड़कियों ने होटल में कमरा भी बुक किया था।
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दिल्ली दुर्घटना – सीसीटीवी फुटेज बरामद
दुर्घटना के सीसीटीवी फुटेज को एक्सेस किया है जिसमें दुर्घटना पीड़ित को गुलाबी कपड़ों में दिखाया गया है, जबकि उसके दोस्त को लाल कपड़े पहने देखा जा सकता है। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता और उसकी सहेली को एक होटल से बाहर आते देखा गया, जहां वे नए साल का जश्न मनाने गए थे। जब वे होटल से बाहर निकले तो महिला की सहेली स्कूटी चला रही थी, जबकि अंजलि पीछे की सीट पर बैठी नजर आ रही थी। हालांकि कुछ दूर जाने के बाद दोनों लड़कियां सीट की अदला-बदली करती दिखीं और महिला की सहेली स्कूटी की पिछली सीट पर बैठ गई। इसके तुरंत बाद, एक कार ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी जिसके बाद अंजलि वाहन के नीचे फंस गई और लगभग 13 किलोमीटर तक घसीटती रही। दुर्घटना में मामूली रूप से घायल हुई उसकी सहेली को दुर्घटनास्थल से भागते देखा जा सकता है।
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दिल्ली महिला खौफनाक मौत मामले में अू तक की अपडेट
– दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि हादसे के शिकार व्यक्ति का पोस्टमार्टम करने के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। मामले में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों ने रविवार तड़के करीब दो बजे हुई इस घटना से कुछ घंटे पहले कार उधार ली थी। दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने अपने दोस्त आशुतोष से कार ली और बाद में दुर्घटना की हालत में कार को उनके आवास पर छोड़ गए। प्राथमिकी में कहा गया है कि दोनों ने आशुतोष से कहा कि उन्होंने ड्रिंक की है और कार कृष्ण विहार इलाके में एक स्कूटी से दुर्घटनाग्रस्त हो गई, बाद में वे कंझावला की ओर भाग गए। पुलिस ने हालांकि कहा कि अभी उनकी मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।
– नये साल के पहते ही दिन तड़के एक कार ने स्कूटी को टक्कर मारी और उस पर सवार 20 साल की युवती दिल्ली की सड़कों पर उस कार के साथ-साथ करीब 12 किलोमीटर तक घसीटती रही जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उसने मामले में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सोमवार को गैर-इरादतन हत्या सहित अन्य कड़े प्रावधानों में मामला दर्ज किया है। वहीं, इससे ठीक पहले मामले की जांच में ढिलाई का आरोप लगाते हुए कई जगह प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बताया कि युवती का निर्वस्त्र शव बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क किनारे पड़ा मिला। आरोपियों ने युवती का यौन उत्पीड़न किया था या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए सोमवार को एक मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। घटना को लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है और अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से घटना की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने जांच समिति का गठन किया है जिसकी अगुवाई विशेष आयुक्त शालिनी सिंह कर रही हैं और उनसे जितनी जल्दी संभव हो रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस मामले में गिरफ्तार सभी पांच आरोपियों को अदालत ने सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
– पहली नजर में ऐसा संदेह है कि दुर्घटना के वक्त आरोपी नशे में थे। सूत्रों ने बताया कि आरोपी घटना के वक्त नशे में थे या नहीं यह पता लगाने के लिए उनके खून के नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर लगे नये उच्च गुणवत्ता वाले कैमरों में रिकॉर्ड फुटेज से इसकी पुष्टि हो रही है कि युवती कार के साथ-साथ एक घंटे से भी ज्यादा समय तक सड़कों पर घसीटी जाती रही। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के बाद युवती करीब 12 किलोमीटर तक कार के साथ-साथ घसीटी जाती रही। परिवार में कमाने वाली इकलौती युवती की मृत्यु के बाद उस पर आश्रित बीमार मां और छह भाई-बहन बचे हैं। युवती की मां ने आरोप लगाया है कि पुलिस इसे ‘‘दुर्घटना की तरह दिखाना चाहती है’’ और उन्होंने जांच पर असंतोष जताया है।
– मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे ‘‘दुर्लभ से दुर्लभतम अपराध’ करार दिया है और घटना के दोषियों के लिए कठोरतम सजा की मांग की है, वहीं उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि इस ‘अमानवीय’ अपराध के बाद उनका सिर शर्म से झुक गया है। पीड़ित परिवार ने दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की है। यहां, संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि घटना के सिलसिले में गिरफ्तार पांचों अरोपियों के खिलाफ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अन्य धाराएं जोड़ी जा सकती हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (304), लापरवाही से मृत्यु और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 304 के तहत गैर-इरादतन हत्या के दोषी को उम्रकैद या 10 साल तक कैद की सजा हो सकती है। हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरोपियों को मौके पर ले जाया जाएगा और उनकी कहानी का सत्यापन किया जाएगा।
– सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर घटनाक्रम तय किया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि मामले की जांच से पीड़ित परिवार को अवगत कराया जा रहा है और आश्वासन दिया कि दोषियों को कठोरतम सजा मिल सके यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस सभी साक्ष्य एकत्र करेगी। वहीं, घटना को लेकर राजनीतिक बवाल भी शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि मनोज मित्तल नाम का आरोपी उससे जुड़ा है। भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने कहा कि दोषी पाए जाने पर आरोपियों को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए और दावा किया कि उसके प्रतिद्वंद्वी संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पांच आरोपियों में से एक मनोज मित्तल भाजपा की मंगोलपुरी वार्ड इकाई के डाटा एंट्री सेल का सह-संयोजक था। जांच ठीक से नहीं किए जाने के आरोपों के बीच, उपराज्यपाल सक्सेना ने पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को निर्देश दिया कि इस बात की सही से जांच की जाए कि क्या पुलिस की ओर से कोई चूक हुई है।
– वहीं, मृतका की मां ने संवाददाताओं को बताया कि वह पुलिस से गुहार लगाती रही कि उसे अपनी बेटी से मिलने दिया जाए, लेकिन बाद में उसे उसकी मौत के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा, वह एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करती थी और उसने मुझसे कहा कि वह एक कार्यक्रम में जा रही है और देर से लौटेगी। मैं उसका इंतज़ार कर रही थी। मैंने उसी दिन रात करीब नौ बजे उससे बात की थी और उसने कहा था कि वह जल्द ही घर आएगी। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) परिसर में एक मेडिकल बोर्ड की देखरेख में युवती के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। घटना के चश्मदीद होने का दावा करने वाले दीपक दहिया ने कहा कि डेढ़ घंटे तक युवती के शव को सुल्तानपुरी इलाके में शहर की सड़कों पर घसीटा गया। दीपक ने कहा, शरीर स्पष्ट रूप से कार के नीचे फंसा दिखाई दे रहा था। कार ने कंझावला रोड पर हर कुछ किलोमीटर के बाद यू-टर्न लेते हुए तीन चक्कर लगाए। पुलिस बस मुझे फोन करती रही और पूछती रही कि मैंने यह सब कहां देखा है। मैंने तड़के 3.18 बजे पीसीआर कॉल की, हालांकि, घटना के बारे में पहली पीसीआर कॉल एक घंटे पहले बेगमपुर से की गई थी। युवती की मौत के जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सुल्तानपुरी थाने के बाहर एकत्र हो गए और यातायात जाम कर दिया। सुल्तानपुरी में प्रदर्शन कर रहे लोगों में से एक ने कहा, ऐसे समय में जब लोग सर्दियों में भारी-भरकम कपड़े पहने रहते हैं, तो वह (युवती) निर्वस्त्र कैसे मिल सकती है।
– वहीं, मृत युवती की रिश्तेदार मालती ने कहा, ‘‘पुलिस ने हमें फोन करके बताया कि हमारी लड़की दुर्घटना का शिकार हो गयी है। हम उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए मौत की सजा चाहते हैं। उन्होंने हमारे परिवार को बहुत नुकसान पहुंचाया है और उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए।’’ आप नेता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के साथ एक वीडियो साझा किया और आरोप लगाया कि मामले का एक आरोपी मनोज मित्तल भाजपा नेता है और उसकी तस्वीर वाला एक होर्डिंग स्थानीय थाने के बाहर लगा है जहां वह और उसके अन्य दोस्त फिलहाल बंद हैं। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को उपराज्यपाल सक्सेना के आवास के बाहर धरना दिया और घटना को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की। विधायक आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक सहित आप के लगभग 200 नेता और कार्यकर्ता सिविल लाइंस में राजनिवास के बाहर एकत्र हुए और नारेबाजी की। भाजपा की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख हरीश खुराना ने कहा कि पुलिस ने पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, चाहे वे कोई भी हों।
– कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गिरफ्तार आरोपियों में से एक मनोज मित्तल का कथित पोस्टर ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में पांच लोग इतने नशे में थे कि 20 साल की एक लड़की को 12 किलोमीटर तक घसीटकर ले गए और उसकी हत्या कर दी।’’ श्रीनेत ने ट्वीट किया, इन्हीं में से एक वहशी मनोज मित्तल भाजपा का सह-संयोजक है। इन वहशी लोगों का हर बार भाजपा से कनेक्शन क्यों होता है? क्या प्रधानमंत्री मोदी/स्मृति ईरानी हमेशा की तरह चुप रहेंगे।