राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्कूल में एक शिक्षक के छात्र को कथित तौर पर पीटे जाने के मामले में दिल्ली सरकार और शहर के पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शिक्षक की कथित पिटाई के बाद छात्र को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि कई कानूनों के बावजूद, शारीरिक दंड दिये जाने की घटनाएं जारी हैं, जो ‘‘चिंता का विषय’’ है।
एनएचआरसी ने कहा कि उसने ‘‘एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया है कि दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के एक छात्र को उसके शिक्षक द्वारा की गई पिटाई के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।’’
उसने कहा कि मामले में उसके माता-पिता ने प्राथमिकी दर्ज करायी है।
पुलिस ने इस मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि उत्तर पूर्व दिल्ली के तुकमीरपुर इलाके में एक सरकारी स्कूल के छठी कक्षा के एक छात्र को हिंदी की पाठ्यपुस्तक नहीं लाने पर एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर थप्पड़ मारे जाने के कुछ दिन बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को पुलिस को जीटीबी अस्पताल से सूचना मिली कि सात अगस्त को 12 वर्षीय एक लड़के को उसके स्कूल के शिक्षक द्वारा पिटाई के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
एनएचआरसी ने कहा कि यह खबर यदि सच है, तो मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
एनएचआरसी ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
उसने कहा कि रिपोर्ट में जिम्मेदार शिक्षक के खिलाफ की गई कार्रवाई, मामले में दर्ज प्राथमिकी की स्थिति, पीड़ित छात्र के स्वास्थ्य की स्थिति और पीड़ित परिवार को दिये गये मुआवजे की जानकारी शामिल होनी चाहिए।
एनएचआरसी ने कहा कि आयोग को उन प्रस्तावित कदमों के बारे में भी जानकारी दी जाये कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मीडिया की 16 अगस्त की खबर के मुताबिक, छात्र के पिता ने आरोप लगाया है कि शिक्षक ने छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारा और उसकी गर्दन भी कथित तौर पर दबाई थी।
एनएचआरसी ने बताया कि छात्र ने घटना के बारे में अपने माता-पिता को कुछ भी नहीं बताया। उसने बताया कि इस घटना के अगले दिन जब सूजन दिखी तो परिवार के लोगों ने इसकी जानकारी ली और शिक्षक द्वारा की गई कथित क्रूरता के बारे में पता चला। इसके बाद छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया और प्राथमिकी दर्ज की गई।