राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को कनाडा स्थित नामित आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला और उसके तीन सहयोगियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। राजधानी की एक विशेष एनआईए अदालत ने अर्श डाला और उसके सहयोगियों हरजीत सिंह उर्फ हैरी मौर, रविंदर सिंह उर्फ हैरी राजपुरा और राजीव कुमार उर्फ शीला के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। एजेंसी ने कहा कि यह कदम पंजाब और दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए डाला द्वारा संचालित स्लीपर सेल को नष्ट करने के उसके प्रयासों में एक ‘बड़ी छलांग’ है।
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एनआईए की जांच के मुताबिक, डाला के तीन सहयोगी खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के आतंकवादी डाला के निर्देश पर देश में एक बड़ा आतंकी गैंगस्टर सिंडिकेट चला रहे थे। एनआईए के बयान में कहा गया है कि हैरी मौर और हैरी राजपुरा स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे थे और उन्हें एक अन्य सहयोगी राजीव कुमार द्वारा आश्रय दिया गया था, और तीनों ने डाला के निर्देशों पर और उससे प्राप्त धन के साथ कई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
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हैरी मौर और हैरी राजपुरा अर्श डाला गिरोह के शूटर थे और उन्हें लक्षित हत्याओं को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। एनआईए ने कहा कि राजीव कुमार उर्फ शीला को शूटरों को शरण देने के लिए डाला से धन मिला। एनआईए ने कहा कि जांच से पता चला है कि राजीव कुमार अर्श डाला के निर्देश पर अन्य दो के लिए रसद सहायता और हथियारों की व्यवस्था भी कर रहा था। एनआईए ने पिछले साल 23 नवंबर को हैरी मौर और हैरी राजपुरा और 12 जनवरी को राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था। पूरे आतंकवादी-गैंगस्टर सिंडिकेट को नष्ट करने के लिए जांच जारी है।