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विश्वविद्यालयों में मादक पदार्थ परोसने के आरोप में एमबीए-एलएलबी के चार छात्रों समेत नौ लोग गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर में नोएडा पुलिस ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को मादक पदार्थ उपलब्ध कराने में कथित रूप से शामिल एक गिरोह के नौ लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें एमबीए और एलएलबी के चार छात्र भी शामिल हैं।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी और कहा कि गिरोह के गिरफ्तार लोगों के पास से कोकीन, गांजा, हशीश और एमडीएमए समेत अन्य मादक पदार्थ बरामद किये गये हैं जिनका बाजार मूल्य करीब 30 लाख रुपये है।
पुलिस उपयुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने सोमवार को बताया कि थाना सेक्टर 126 पुलिस ने बीती रात को एक सूचना के आधार पर ग्रेटर नोएडा से इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। चंदर ने संवाददाताओं से कहा,“गिरफ्तार लोगों में यहां के एक विश्वविद्यालय के चार छात्र भी शामिल हैं जिनमें से दो ‘मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन’ (एमबीए) के छात्र हैं, तो दो विधि स्नातक (एलएलबी) की पढ़ाई कर रहे हैं।

उनके कब्जे से भारी मात्रा में एमडीएमए, गांजा, ओजी जैसे मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि आरोपी विशेष रूप से चार छात्र, शैक्षणिक संस्थानों और पीजी में मादक पदार्थों की आपूर्ति कर रहे थे और उन्होंने शिलांग से उच्च गुणवत्ता वाला गांजा खरीदा था।
आरोपियों से बरामदगी का विवरण साझा करते हुए पुलिस ने कहा कि उन्होंने शिलांग और उदयपुर से खरीदा गया 15 किलोग्राम गांजा, 30 ग्राम कोकीन, 20 ग्राम एमडीएमए (गोलियां), 150 ग्राम हशीश और 65 ग्राम विदेशी मूल का गांजा जब्त किया है।
चंदर ने कहा, बरामद किए गए नशीले पदार्थ की कीमत लगभग 30 लाख रुपये है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने वजन तोलने की दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें, 10 मोबाइल फोन, 3,200 रुपये नकद, एक एसयूवी और दो मोटरसाइकिलें जब्त की हैं।

इन सभी चीजों का इस्तेमाल आरोपियों द्वारा मादक पदार्थ की आपूर्ति के लिए किया गया था।
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अक्षय कुमार (32), राजन सिंह (20), दर्शन जैन (21), आदित्य कुमार (21), सतेंद्र श्रीवास्तव (21), सागर बजाज (22), अनित सोम (22), अपूर्व सक्सेना (28) और नरेंद्र कुमार (28) के रूप में की गई है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी अनित सोम ने पुलिस को बताया कि उसने एक गिरोह से गांजे के कुछ पैकेट खरीदे थे, जिसका हाल ही में ग्रेटर नोएडा में भंडाफोड़ किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अक्षय कुमार की पत्नी ताइवान में काम करती है और वह उसके जरिए कोकीन खरीदता था।
पुलिस ने बताया कि वह ताइवान जाता था और ओरिजनल गैंगस्टा (ओजी) नामक मादक पदार्थ के साथ लौटता था, जिसे बाद में यहां 10,000 रुपये प्रति ग्राम की ऊंची दर पर बेचा जाता था।

चंदर ने कहा कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे लोग विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से संपर्क करके उन्हें मादक पदार्थ उपलब्ध कराते हैं।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि चार छात्र अन्य आरोपियों के साथ मिलकर देश-विदेश से गांजा, चरस, कोकीन तथा अन्य मादक पदार्थ मंगवाते हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग सोशल मीडिया के माध्यम से छात्र-छात्राओं से संपर्क करते हैं तथा उन्हें मादक पदार्थ की आपूर्ति करते हैं।
उन्होंने बताया कि इनसे मिली जानकारी के आधार पर कुछ अन्य लोगों की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस गोरख धंधे में विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रावासों के वार्डन और अध्यापक संलिप्त हैं या नहीं।
पुलिस ने कहा कि इस मामले में स्वापक ओषिध और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।

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