असम में सिलचर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के डीन (अकेडमिक्स) बी के रॉय को अस्थायी तौर पर पद से हटा दिया गया है। संस्थान के छात्रों ने डीन पर छात्रों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं जिसके कारण तृतीय वर्ष के एक छात्र ने आत्हत्या कर ली।
एनआईटी के रजिस्ट्रार के. एल. वैष्णव ने पीटीआई- को बताया कि आगामी आदेश तक डॉ. ललित कुमार सैकिया इस पद को संभालेंगे।
उन्होंने छात्रों से प्रदर्शन खत्म कर कक्षाओं में लौटने की अपील करते हुए कहा कि उनकी मांगों का समाधान बातचीत से ही निकलेगा।
वैष्णव ने कहा, अगर एनआईटी-सिलचर की छवि को कोई नुकसान पहुंचेगा तो इसका असर छात्रों के भविष्य पर भी पड़ेगा।
इसलिए हम छात्रों से कक्षाओं में लौटकर पढ़ाई करने की अपील करते हैं।
छात्रों ने डीन (अकेडमिक्स) रॉय को पद से हटाने की मांग करते हुए रविवार से भूख हड़ताल शुरू की थी। छात्रों ने आरोप लगाया था कि डीन का छात्रों को प्रताड़ित करने का पुराना रिकॉर्ड रहा है और वह तृतीय वर्ष के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र की मौत के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।
वैष्णव ने कहा कि एनआईटी एक स्वायत्त निकाय है और शैक्षणिक मामलों, उपस्थिति, अंक प्रदान करने एवं अन्य मुद्दों से संबंधित किसी भी बदलाव को छह अक्टूबर को होने वाली सीनेट की अगली बैठक में आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया जा सकता है।
छात्रों ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर संस्थान में बढ़ते संकट को हल करने के लिए मदद मांगी थी।
छात्रों ने पत्र में आरोप लगाया कि,‘‘ संस्थान के प्रशासन के कार्यों और रवैये ने परिसर को अराजकता की स्थिति में धकेल दिया है जिससे छात्र तनाव में हैं। हम आपसे तत्काल ध्यान देने की मांग करते हैं।’’
अरुणाचल प्रदेश के कोक बुकेर का शव 15 सितंबर को उसके छात्रावास के कमरे में लटका पाया गया था।
आत्महत्या के बाद छात्र के सहपाठियों ने शुक्रवार रात को प्रदर्शन शुरू कर दिया था और उन्होंने कथित तौर पर डीन के आवास में तोड़फोड़ की थी। छात्रों पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था जिसमें 40 छात्र घायल हो गए थे।