बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। एक चर्चा यह भी थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं। दावा किया गया कि नाराजगी की वजह से नीतीश कुमार विपक्षी दलों के प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए और तेजस्वी यादव के साथ पटना के लिए उन्होंने उड़ान भर दिया। हालांकि, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की ओर से नीतीश की नाराजगी की खबर को लगातार खारिज किया जाता रहा। वहीं, भाजपा जबरदस्त तरीके से नीतीश कुमार पर निशाना साध रही है। इन सब के बीच अपनी नाराजगी की खबर पर बिहार के मुख्यमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
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अपनी चुप्पी तोड़ते हुए नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि नाराजगी की कोई बात ही नहीं है। हमारी बैठक हुई है। हमारी सभी बातों को गौर से सुना गया है। इंडिया नाम पर हमें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने एनडीए की बैठक पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले कभी यह बैठक नहीं हुई। जब हमने एक बैठक की उसके बाद एनडीए की बैठक हुई है। उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव हो भाजपा हटेगी तभी मीडिया स्वतंत्र होगी। मीडिया पर भाजपा ने पूरी तरीके से कब्जा किया हुआ है। पहले की स्थिति और आज की स्थिति में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा कि हम किसी बात से नाराज नहीं हैं, भाजपा का उस बैठक से क्या लेना-देना…बैठक में सब बात हुई है, सबके सुझाव आए, उसके बाद ही कुछ घोषित किया गया। उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी तब हमने कहा कि हमें अब जाने दीजिए…जब सही समय आएगा तब इसकी भी संभावना है कि कुछ और लोग भी शामिल होंगे।
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नीतीश की नाराजगी को लेकर जैसे ही खबर मीडिया में आई उसके बाद से इस को लेकर खूब चर्चा हुई। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने नीतीश की नाराजगी की खबर को तौर पर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन के सूत्रधार हैं और वह कभी नाराज नहीं हो सकते। दूसरी ओर भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने बयान में कहा कि नीतीश को लगा था कि उन्हें संजोयक या विपक्ष का चेहरा घोषित किया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं इसलिए वे चले गए। वे चार्टर प्लेन से आए थे अगर 2 घंटे बाद भी निकलते तो कुछ नहीं होता। उन्हें वहां शायद वह सम्मान नहीं मिला जिसकी वे उम्मीद कर रहे थे जिसके चलते वे और लालू यादव वहां से निकल गए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने विपक्षी गठबंधन पर तंज सकते हुए कहा कि सुने हैं बिहार के महाठगबंधन के बड़े बड़े भूपति बेंगलुरु से पहले ही निकल आए! दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहिले नाराज हो रहे!