पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी द्वारा अगले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को ‘मिट्टी में मिला देने’ की टिप्पणी किए जाने के एक दिन बाद कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के नेता ‘‘बुद्धिहीन’’ हो गए हैं।
पत्रकारों ने रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) के नेता कुमार से सम्राट चौधरी की टिप्पणी को लेकर सवाल किया जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘कुमार को उनके विश्वासघात के लिए मिट्टी में मिला देंगे।’’
कुमार ने कहा,‘‘वे (भाजपा नेता) बुद्धिहीन लोग हैं।
उन्हें (सम्राट चौधरी) बता दीजिए कि जो उन्होंने कहा है वे करें। मैंने अपने पूरे राजनीतिक करियर में कभी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। कोई भी संवेदनशील नेता ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करेगा। मैंने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी काम किया है और उनके प्रति अगाध सम्मान है।’’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद की अपनी महत्वकांक्षा को ‘‘पूरा’’ करने के लिए भाजपा की पीठ में ‘‘छुरा घोंपकर’’ लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से हाथ मिला लिया।
उन्होंने कहा था, ‘‘भाजपा की मदद से नीतीश कुमार पांच बार मुख्यमंत्री बने। अब जद-यू धूल फांकेगा …भाजपा नीतीश कुमार को 2024 के लोकसभा चुनाव और वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में मिट्टी में मिला देगी।’’
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने की अपनी कोशिशों के बारे में कुमार ने कहा, ‘‘हम भाजपा के खिलाफ देश के अधिक से अधिक दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी प्रयास करेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हाल में मैंने नयी दिल्ली में कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। मेरा मकसद आम चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करना है।’’
जब उनसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की योजना के बारे में पूछा गया तो कुमार ने कहा, ‘‘जब भी मैं उनसे मिलूंगा, आपको सूचित कर दूंगा।’’
गौरतलब है कि कुमार ने अपने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ हालिया दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी।
इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी।
कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी प्रधानमंत्री पद की महत्वकांक्षा नहीं है।